बांग्लादेश की मुक्ति के लिए हमने कम कुर्बानियां नहीं दी!

– युद्ध की विभीषिका: दो मिनट पहले हंसते-मुस्कराते साथियों को गोलियों से छलनी देखना दुखदायी है! – लेखिका इरा कुकरेती की जल्द प्रकाशित होने वाली पुस्तक ‘कहानी 1971 के युद्ध की धर्मनगर से सिलहट‘ के गाजीपुर हमला-कहर की रात से ली गई पंक्तियां! पोस्ट में ये जो फोटो है। ये डिस्क है। इसे युद्ध में … Continue reading बांग्लादेश की मुक्ति के लिए हमने कम कुर्बानियां नहीं दी!