‘दुखहरण‘ ने हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत को दिया नया आयाम

विरासत में मिला संगीत, सात साल की उम्र में पहला गायन लखनऊ घराने के कथक नृतक और गायक थे पं. बिरजू महाराज 83 वर्षीय प्रख्यात कथक नृतक पदम विभूषण पं. बिरजू महाराज के निधन के साथ ही हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत के एक युग समाप्त हो गया। बिरजू महाराज ने कथक में नृत्य नाटिकाओं को जोड़कर … Continue reading ‘दुखहरण‘ ने हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत को दिया नया आयाम