कब तक दिल्ली से होगा हमारे भाग्य का फैसला?

मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष का फैसला अधर में नेता, अफसर, दलाल और ठेकेदार लगा रहे ठहाके, बाकी सब रो रहे यदि पहाड़ के गांधी इंद्रमणि बडोनी, हंसा धनाई, राजेश रावत आज जिंदा होते, तो क्या सोच रहे होते? मुजफ्फरनगर कांड में अपनी अस्मत गंवाने वाली महिलाएं क्या उस भयावह रात को याद कर सिहर नहीं … Continue reading कब तक दिल्ली से होगा हमारे भाग्य का फैसला?