नई दिल्ली, 22 नवंबर (एस.एस. डोगरा)। कापसहेड़ा स्थित एफआईएमटी कालेज के विशाल सभागार में नए दाखिल हुए विधार्थियों के लिए ओरिएंटेशन प्रोग्राम (उन्मुखीकरण कार्यक्रम) आयोजित हुआ। इसमें बी.एड., बीबीए, बीसीए, बीएजेएमसी तथा बी.कॉम (ओनर्स) के चार सौ से भी अधिक छात्र और उनके अभिभावक शामिल हुए। कार्यक्रम का आगाज दीप प्रज्ज्वल होने के उपरांत एफआईएमटी कालेज का गीत गाकर किया गया।
डॉ शालिनी कुमार ने स्वागत संबोधन में कालेज के उद्देश्यों पर रोशनी डाली। वहीं कालेज के वरिष्ठतम फैकल्टी डॉ एस.पी.सिंह ने नए दाखिल हुए छात्र-छात्राओं को कॉलेज के वैल्यू ऑफ एजुकेशन, अनुशासन, स्टूडेंट्स सेंट्रिक पालिसी, इजी एप्रोच, कैरियर ओरिएंटेशन तथा ग्रीन एवं क्लीन कैंपस जैसे माहौल से अवगत कराया। इसी कड़ी में कालेज के शैक्षिक प्रमुख प्रो. मनीष झा सर ने दावा करते हुए कहा कि हमारा कॉलेज कभी सोता नहीं है और 24गुणा7गुणा365 पद्धति पर राउंड द क्लॉक कार्य करता है। अभी ऑनलाइन माध्यम से माइक्रोसॉफ्ट टीम सोफ्टवेयर के जरिए क्लास लेने का प्रावधान बनाया हुआ है तथा एफआईएमटी कालेज की निजी वेबसाइट पर स्टूडेंट पोर्टल पर छात्रों के लिए उपलब्ध उपयोगी एवं टेक्निकल जानकारियां साझा की। डॉ सुमन यादव ने ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट अवसर, डॉ श्वेता गुप्ता ने परीक्षा एवं बीबीए संबंधी, डॉ मनमोहन ने शोध कार्य संबंधी परियोजनाओं एवं अवसर जानकारियों, वरिष्ठ लाइब्रेरियन माधवेंद्र ने भी स्टूडेंट्स तथा फैकल्टी दोनों ही के लिए ऑनलाइन एवं ऑफलाइन पुस्तकालय बैंक से पाठ्य सामग्री हासिल करने हेतु जरूरी जानकारियां प्रस्तुत की।
राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के उद्देश्यों एवं गतिविधियों उपलब्धियों पर प्रो. इप्सा सक्सेना ने प्रकाश डाला तथा उन्होंने अवगत कराया कि वर्तमान में कालेज के सभी नौ कोर्सेस से दो सौ से अधिक एनएसएस के वालंटियर्स हैं जो राष्ट्रहित कार्यों को ग्रामीण तथा आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों में शिक्षा तथा मानवाधिकारों की जागरूकता में योगदान कर रहें हैं। डॉ शिखा दत्त शर्मा ने एनसीसी, डॉ प्रियंका गुप्ता ने स्किल डेवलपमेंट, बी.एड. कोऑर्डिनेटर गीता धस्माना ने तथा पत्रकारिता एवं जन संचार विभागाध्यक्ष प्रो. गरिमा बोरा, प्रो.इप्सा सक्सेना दृमैनेजमेंट, प्रो. राजकुमार गर्ग ने बीसीए कोर्सेज के बारे में महत्वपूर्ण एवं उपयोगी जानकारियां साझा की।
कार्यक्रम के अंतिम पड़ाव में एफआईएमटी कालेज के चेयरमैन वी.के. नांगलिया भारद्वाज ने अपने चिरपरिचित प्रेरक अंदाज में नए छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि हम बच्चों को कहीं भी लेकर जाते हैं तो बच्चों को दो कदम आगे रखते हैं। उन्होंने कहा कि अपनी मंजिल पाने के लिए मेहनत करो सोसाइटी तथा पेरेंट्स का भी ध्यान रखें। संस्कार मत भूलो, कोई कठिनाई हो तो भी खुश रहो-हिम्मत रखो। सपना जो देखते हो उसे उसी दिन पूरा करो। पेरेंट्स से अच्छा कोई दोस्त नहीं हो सकता है लेकिन हमेशा समय का सदुपयोग करना सीखो। हमारा आपको भरपूर समर्थन मिलेगा-हमारे हमेशा दरवाजे खुले हैं।
इसके बाद भारतवर्ष के प्रमुख चरित्रों गुरु-शिष्या परंपरा-पांडव-द्रोणाचार्य, संत कबीर दास, सावित्री बाई फूले भारत कोकिला सरोजिनी नायडू, भारत रत्न एपीजे कलाम, डॉ भीमराव अंबेडकर पर छात्रों ने शानदार ढंग से अपनी प्रस्तुतियां पेश की। भारतीय एवं पश्चिमी सभ्यता से ओतप्रोत रंगारंग सांस्क्रतिक प्रस्तुत किए तथा सामूहिक नृत्य मुस्कुराएगा इंडिया उपरांत कॉलेज की निदेशक-प्रधानाचार्या डॉ सरोज व्यास ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। तदुपरांत राष्ट्रीय गान के साथ ही कार्यक्रम का समापन हुआ। कार्यक्रम का बखूबी मंच संचालन पारुल मनचंदा एवं डिम्पल ने किया।
(एस.एस.डोगरा- एफआईएमटी कालेज के पत्रकारिता एवं जन-संचार विभाग में बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर हैं।)