नई दिल्ली, 1 अगस्त। फोरम ऑफ एकेडेमिक फॉर सोशल जस्टिस के चेयरमैन डॉ. हंसराज सुमन ने असामाजिक तत्वों द्वारा शालीमार बाग के निकट हैदरपुर गांव के पार्क में स्थापित बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के ऊपरी हिस्से को तोड़े जाने की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए दोषियों को तुरंत गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा दिए जाने की मांग की है। डॉ. सुमन ने बताया कि जिस स्थान पर बाबा साहेब की मूर्ति तोड़ी गई, वहां आज समाज के बुद्धिजीवियों को बुलाया गया था और इस विषय पर लोगों की राय जानी। सुबह 10 बजे से दोपहर तक सैंकड़ों लोगों ने अपने विचार रखें। सभी ने डॉ. अंबेडकर की मूर्ति तोड़े जाने पर गहरा रोष व्यक्त किया और दोषियों को गिरफ्तार करने की मांग की।
डॉ. सुमन ने कहा कि डॉ. अंबेडकर की मूर्ति को तोड़कर असामाजिक तत्वों ने घृणित और निंदनीय कार्य किया है, इससे उनकी मानसिकता का पता चलता है कि वे समाज में घृणा पैदा करना चाहते है। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब एक ऐसे आदर्श समाज की कल्पना चाहते थे जो समानता, स्वतंत्रता और बंधुता के विचारों पर आधारित है। उनका संपूर्ण जीवन सामाजिक संघर्ष में गरीबों को अधिकार दिलाने में लगा। वे अपने समाज में स्वाभिमान के लिए लड़ते रहे। वे नारी समाज के सच्चे उद्धारक थे।
डॉ. सुमन ने कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों में लगातार असामाजिक तत्वों द्वारा महापुरुषों की मूर्तियों को निशाना बनाया जा रहा है और उन्हें खंडित कर नुकसान पहुंचाया जा रहा है। इस बार वे हैदरपुर गांव में डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा के ऊपरी हिस्से को तोड़कर ले गए। हालांकि अभी तक इस बात का पता नहीं लग पाया है कि किन लोगों ने इस हरकत को अंजाम दिया है। उन्होंने कहा कि डॉ. अंबेडकर की मूर्ति तोड़े जाने को लेकर लोगों में गुस्सा है। मूर्ति के साथ बने चबूतरे को क्षतिग्रस्त नहीं किया गया है।
डॉ. सुमन ने बताया कि असामाजिक तत्व मूर्ति के ऊपरी हिस्से को तोड़कर ले गए। हालांकि उसके बाद किसी भी विवाद से बचने के लिए तुरंत तोड़ी गई मूर्ति को कपड़े से ढक दिया गया, लेकिन आज लोगों की भीड़ को कपड़ा हटाकर दिखाया गया। डॉ. सुमन ने कहा कि तुम मूर्ति को तोड़ सकते हो, लेकिन बाबा साहेब के विचारों को नहीं, उनके विचारों को विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रमों के माध्यम से देशभर में फैलाया जा रहा है, उन पर शोध कार्य हो रहा है। इस तरह के कार्य कर लोगों में जागरूकता व एकता विकसित हो रही है। उन्होंने पुनः बाबा साहेब अंबेडकर की मूर्ति स्थापित करने और पार्क का सौंदर्यकरण करने की मांग नगर निगम के चेयरमैन से की।