नई दिल्ली, 21 नवंबर। डॉ. हंसराज सुमन को वर्ष-2022 के डॉ. अंबेडकर नेशनल अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। भारतीय दलित साहित्य अकादमी ने इसकी घोषणा की। अकादमी 11-12 दिसंबर को आयोजित दो दिवसीय 38वें राष्ट्रीय साहित्यकार सम्मेलन में यह सम्मान देगी।
दिल्ली विश्वविद्यालय के अरविंदो कॉलेज में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. हंसराज सुमन को अवार्ड दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में दिया जाएगा। यह अवार्ड हर साल समाज में अत्यंत पिछड़े, दलित समुदाय को उनके अधिकारों को दिलाने और उनको राजनैतिक, आर्थिक व सामाजिक रूप से सशक्त बनाने एवं उन्हें मुख्यधारा में लाने के प्रयास करने वाले लोगों को दिया जाता है। बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के बताए मार्ग पर चलते हुए दलित समाज के उत्थान में जुटे नामों में से डॉ. हंसराज सुमन भी एक हैं। डॉ. सुमन दिल्ली देहात के लिबासपुर गांव के निवासी हैं।
डॉ. हंसराज सुमन हिंदी साहित्य एवं मीडिया के एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं। सुमन आप की टीचर विंग के पूर्व अध्यक्ष और ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी एंड कॉलेजिज एससी/एसटी ओबीसी टीचर्स एसोसिएशन के भी नेशनल चेयरमैन हैं। डॉ. सुमन शिक्षक संगठन फोरम ऑफ एकेडेमिक फॉर सोशल जस्टिस के भी नेशनल चेयरमैन हैं। डॉ. सुमन पांच साल नॉन कॉलेजिएट सेंटर के प्रभारी भी रहे हैं। डॉ. सुमन वर्ष-2015-2017 और 2017-2019 तक दिल्ली विश्वविद्यालय की सर्वोच्च संस्था एकेडेमिक काउंसिल में सदस्य भी रह चुके हैं। इसके अलावा डॉ. सुमन दिल्ली विश्वविद्यालय की अनेक कमेटियों में रह चुके हैं। इनमें एडमिशन कमेटी, अपॉइंटमेंट्स और प्रमोशन कमेटी, मेडिकल कमेटी, फंक्शन कमेटी, सलेब्स कमेटी और डीयू की टास्क फोर्स कमेटी के सदस्य भी रहे है। डॉ. सुमन को राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षक सम्मान व अनेक पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। डॉ. सुमन को दिल्ली सरकार के डॉक्टर अंबेडकर अवार्ड के अलावा लगभग 100 संस्थाओं द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। इसके अलावा डॉ. सुमन ने 10 पुस्तकों का संपादन किया है और 100 से अधिक विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में उनके राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के लेख प्रकाशित हो चुके है। साथ ही डॉ. सुमन ने न्यू मीडिया विषय पर दिल्ली विश्वविद्यालय से हिंदी पत्रकारिता पर प्रौद्योगिकीय परिवर्तन का प्रभाव विषय पर पीएचडी की है।