मानव में जीवन खेलों की विशेष महत्ताः डोगरा

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नई दिल्ली, 25 जून। पत्रकारिता एवं जन-संचार विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर एस.एस. डोगरा ने कहा कि मानव जीवन में खेलों की विशेष महत्ता है। खेल किसी भी व्यक्ति के सर्वांगीण विकास के लिए बहुत जरूरी है। छात्रों को पठन-पाठन के साथ खेलों में भी सक्रिय भाग लेना चाहिए।
युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार की 1969 में गठित राष्ट्रीय सेवा योजना तहत एफआईएमटी कालेज की नेशनल सर्विस स्कीम टीम-3 द्वारा खेलों को बढ़ावा देने उद्देश्य से अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक दिवस उपलक्ष्य पर आयोजित वेबिनार के मुख्य वक्ता एस.एस. डोगरा ने इस दौरान अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक दिवस के साथ-साथ 25 जून को भारतीय खेल जगत में ऐतिहासिक बताते हुए मानव जीवन में खेलों की महत्ता पर प्रकाश डाला।
वेबिनार की संयोजक-छात्रा फलक खरबंदा ने ओलंपिक के विभिन्न खेलों एवं प्रसिद्ध खिलाडियों की उपलब्धियों पर निर्मित शानदार प्रस्तुति को प्रदर्शित किया। वेबिनार में उपस्थित एक सौ पांच छात्रों संग मुख्य वक्ता ने दिव्यांग खिलाडि़यों पर सक्रिय पत्रकारिता के साथ-साथ फिल्मांकन करने जैसे चुनौतीपूर्ण विषय पर भी अपने अनुभव साझा किए।
एस.एस. डोगरा की अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांग खिलाड़ी हरीश चौधरी के प्रेरक व्यक्तित्व पर उत्तराखंडी वारियर्स फिल्म वर्ष 2018 को चौथे देहरादून अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में नवाजा गया था। डोगरा ने आगामी टोक्यो ओलंपिक के अलावा पारा-ओलंपिक में भी भारतीय खिलाडि़यों द्वारा अधिकाधिक पदक अर्जित करने की उम्मीद जताई। साथ ही टोक्यो ओलंपिक में इस बार पुरुष-महिला खिलाडियों की बराबर भागीदारी पर भी खुशी जाहिर की। खेलों पर आधारित इस अनूठी वेबिनार के सफल आयोजन में छा़त्रों नमन शर्मा, शशंकी, अनुषा खन्ना आदि ने तकनीकी सहयोग किया। वहीं, कॉलेज की फैकल्टी एजुकेशन सलाहकार रेनू द्वारा धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुति उपरांत वेबिनार का समापन हुआ।
गौरतलब है कि राष्ट्र की युवाशक्ति के व्यक्तित्व विकास हेतु युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय-भारत सरकार द्वारा 1969 में गठित संचालित एक सक्रिय कार्यक्रम है। इसकी गतिविधियों में भाग लेने वाले विद्यार्थी, समाज के लोगों के साथ मिलकर समाज के हित के कार्य करते हैं।

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