जी हां, वही तो शिक्षक कहलाता है

333

शिक्षक दिवस

हम सब के जीवन में
जो कुछ भी अच्छा सीखा जाता है
जी हां, वही तो शिक्षक कहलाता है

बचपन मात – पिता के आंचल में
आचार – विचार – व्यवहार – संस्कार
हमें दुनिया की समझ सिखाता है
जी हां, वही तो शिक्षक कहलाता है

स्कूल – कॉलेज के दिनों में
जो दोस्त बनकर हमें ज्ञान
अपार दे जाता है
जी हां, वही तो शिक्षक कहलाता है

जिन्दगी के हर मोड़ पर
जो संकट में भी गले लगाता है
जी हां, वही तो शिक्षक कहलाता है

अन्धकार में भी जो सदमार्ग
हमें आशा की किरण
जगा जाता है
जी हां, वही तो शिक्षक कहलाता है

सफलताओं के मौके पर जो
आपके लिए भावविभोर होकर
टप टप आंसू बहाता है
जी हां, वही तो शिक्षक कहलाता है

जिसका चेला गुरु से आगे
बढ़कर नाम कमाता है
उस शिक्षक का जीवन सफल
हो जाता है
जी हां, वही तो शिक्षक कहलाता है।

@ एस. एस. डोगरा

मासूम मिथुन का क्या कसूर है?

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here