मास्टर प्लान के तहत किया जाएगा माता श्री चिंतपूर्णी मंदिर का विस्तार

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ऊना, 18 जनवरी। उत्तर भारत के प्रमुख धार्मिक स्थल छिन्नमस्तिका धाम माता श्री चिंतपूर्णी मंदिर में श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए मास्टर प्लान के तहत योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया जा रहा है, ताकि इस धार्मिक पर्यटक गणतंव्य को विश्व पर्यटक मानचित्र पर अंकित किया जा सके। यह जानकारी मंदिर न्यास चिंतपूर्णी के अध्यक्ष एवं उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने आज इस सबंध में आयोजित बैठक के दौरान दी। उपायुक्त ऊना ने बताया कि नवनिर्वाचित सरकार ने सत्ता संभालते ही इस दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। उन्होंने बताया मास्टर प्लान के तहत किए जाने वाले सभी कार्यों को एक साल के भीतर पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है।
राघव शर्मा ने बताया कि चिंतपूर्णी में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए माधो का टीला नामक स्थान पर 1.84 करोड़ रुपये की लागत से एक सामुदायिक भवन, बैठने के लिए खुला मैदान और शौचालयों का निर्माण किया जा रहा है। यही नहीं चिंतपूर्णी के पुराना बस अड्डे पर 1.38 करोड़ रुपये की लागत से एक प्रतीक्षालय, एक बड़ा हाल, शौचालय ब्लॉक तथा जूता घर के अलावा पीने के पानी की भी बेहतर व्यवस्था की जा रही है। राघव शर्मा ने बताया कि मुबारिकपुर से चिंतपूर्णी मुख्य सड़क मार्ग के विभिन्न स्थानों पर आधुनिक तकनीक की बड़े आकार की स्मार्ट एलईडी स्क्रीनें स्थापित की जाएंगी जिनके द्वारा आने वाले श्रद्धालुओं को महत्वपूर्ण सूचनाओं के साथ-साथ चिंतपूर्णी मंदिर इतिहास के विषय में भी महत्वपूर्ण जानकारी दी जाएगी। उपायुक्त ने बताया कि चिंतपूर्णी में बाबा माई सदन से चिंतपूर्णी मंदिर परिसर तक दिव्यांगजनों और वरिष्ठ नागरिकों की आवाजाही के लिए मंदिर न्यास द्वारा ई-वाहनों का संचालन किया जाएगा ताकि चलने फिरने में असमर्थ श्रद्धालुओं को माता चिंतपूर्णी के सुविधाजनक दर्शन हो सकें। मंदिर परिसर में सीमावर्ती क्षेत्रों के सौंदर्यीकरण के लिए चिंतपूर्णी क्षेत्र में बिजली तारों को केबल में परिवर्तित कर सुव्यवस्थित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त शंभू बैरियर और माई सदन के समीप भव्य स्वागत द्वार बनाएं जाएंगे।
उन्होंने बताया कि चिंतपूर्णी स्थित बाबा माईदास सदन में 11.2 करोड़ रुपये की लागत से एक आधुनिक तकनीक युक्त संग्राहालय बनाया जाएगा जिसमें श्रद्धालुओं को चिंतपूर्णी मंदिर इतिहास द्वारा धार्मिक महत्व की अनेक जानकारियां उपलब्ध होंगी। उन्होंने बताया कि चिंतपूर्णी में दर्शन के लिए पैदल और दंडवत होकर आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए लोक निर्माण विभाग एवं एनएच के माध्यम से योजना बनाई जा रही है ताकि श्रद्धालुओं की सुविधाजनक आवाजाही के साथ-साथ यातायात व्यवस्था सुव्यवस्थित बनी रहे। उपायुक्त ने बताया कि मंदिर न्यास चिंतपूर्णी द्वारा बाबा माईदास सदन में एक बड़ी क्षमता का सोलर पॉवर संयत्र स्थापित किया जाएगा ताकि भविष्य में बिजली बिल को न्यूनतम किया जा सके।
उपायुक्त ने बताया कि नेशलन इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टैक्नोलॉजी (निफ्ट) के सहयोग से चिंतपूर्णी मंदिर की आकृति चिह्न डिजाइन कर श्रद्धालुओं को दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि प्रसाद योजना के तहत भी माता चिंतपूर्णी मंदिर का प्रसारीकरण व सौंदर्यीकरण किया जाएगा।
इस अवसर पर एएसपी प्रवीण धीमान, सीएमओ डॉ मंजू बहल, कार्यकारी एसडीएम अंब चिराग शर्मा, मंदिर अधिकारी चिंतपूर्णी बलवंत पटियाल, अधिशाषी अभियंता पीडब्ल्यूडी एचएल शर्मा, अधिशाषी अभियंता जेएसवी संदीप चौधरी, अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण विभाग (विद्युत) कर्मचंद, मंदिर न्यास के सहायक नियत्रंक वित्त शमीराज भारद्वाज व अधिशाषी अभियंता राजकुमार जसवाल, ट्रस्टी शशि वाला, ऐश्वर्या शर्मा व अल्का संधू भी उपस्थित थीं।

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