मुख्यमंत्री ने 6 पीएसए संयंत्रों का लोकार्पण किया

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शिमला, 6 जनवरी। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज शिमला से वर्चुअल माध्यम से चिकित्सा महाविद्यालय चंबा, नागरिक अस्पताल चुबाड़ी चंबा, दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल शिमला, कमला नेहरू अस्पताल शिमला, क्षेत्रीय अस्पताल रामपुर और नागरिक अस्पताल रोहड़ू में 6.60 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित छह पीएसए संयंत्रों का लोकार्पण किया। इन छह संयंत्रों में से पांच पीएम केयर्ज के माध्यम से और एक सीएसआर के माध्यम से स्थापित किया गया है। उन्होंने 10 करोड़ रुपये की लागत से दो सीटी स्कैन मशीनों का भी लोकार्पण किया। इनमें से एक सीटी स्कैन मशीन सिरमौर जिले के नाहन चिकित्सा महाविद्यालय में और दूसरा चंबा जिले के चिकित्सा महाविद्यालय में स्थापित हैं। दोनों मशीनों में 128 स्लाइस है, जिससे अधिक तीव्रता से बीमारी का सूक्ष्मता से निरीक्षण करने में सहायता मिलेगी। उन्होंने नाहन चिकित्सा महाविद्यालय के लिए आधुनिक तकनीकयुक्त डिजिटल एक्स-रे मशीन का भी उदघाटन किया।
मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत् तीन नए स्वास्थ्य कार्यक्रमों का भी शुभारंभ किया। मिशन दृष्टि के अंतर्गत् 6वीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों की आंखों की जांच की जाएगी और आवश्यकतानुसार उन्हें निःशुल्क ऐनकें प्रदान की जाएंगी। आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत् स्कूल हैल्थ एंड वैलनेस प्रोग्राम के तहत दो अध्यापकों को प्रत्येक विद्यालय के लिए स्वास्थ्य और वैलनेस एंबेसडर नियुक्त किया जाएगा और उन्हें किशोर अवस्था से जुड़े 11 विषयों के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। ये एंबेसडर प्रत्येक कक्षा के कम से कम दो विद्यार्थियों को हेल्थ एंड वैलनेस मैसेंजर के रूप में तैयार करेंगे। वर्तमान में यह कार्यक्रम प्रदेश के छह जिलों मंडी, कांगड़ा, बिलासपुर, ऊना, चंबा और सिरमौर के 3017 स्कूलों में आरंभ किया जा रहा है और बाद में इन्हें अन्य जिलों में भी आरंभ किया जाएगा।
इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम का भी शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य वर्ष 2025 तक प्रदेश को क्षय रोग मुक्त राज्य बनाना है। इस अवसर पर उन्होंने क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम से संबंधित दिशा निर्देशों वाली पुस्तिकाओं और स्वास्थ्य विभाग के अन्य प्रकाशनों का भी विमोचन किया।
जय राम ठाकुर ने संतोष जताते हुए कहा कि प्रदेश में आज 41 पीएसए संयंत्र, 11,543 डी-टाइप, 3,837 बी-टाइप और 1400 ए-टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर तथा 95 मीट्रिक टन से अधिक ऑक्सीजन क्षमता का उत्पादन करने वाले 5000 से अधिक ऑक्सीजन कन्संट्रेटर हैं। उन्होंने कहा कि एक समय प्रदेश में केवल दो ऑक्सीजन संयंत्र शिमला और टांडा में स्थापित थे। उन्होंने कहा कि आज सिरमौर जिले के नाहन चिकित्सा महाविद्यालय और चंबा जिले के चिकित्सा महाविद्यालय में पांच-पांच करोड़ रुपये की लागत से एक-एक सिटी स्केन मशीन जनता को समर्पित की गई है। इन मशीनों के माध्यम से चंबा और सिरमौर जिले के लोगों को उनके घरों के निकट बेहतर नैदानिक सुविधा उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि यह मशीनें 128 स्लाइस क्षमता की हैं जिससे मरीजों को अत्याधुनिक सुविधा सुनिश्चिित होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार क्षय रोग के उन्मूलन के लिए तत्परता से कार्य कर रही है, जिसके लिए राज्य में सी.बी. नेट मशीनों की संख्या बढ़ाई जा रही है। उन्होंने कहा कि क्षय रोग के मरीजों को प्रतिमाह 1500 रुपये की आर्थिक सहायता के अतिरिक्त उपचार की अवधि के दौरान भारत सरकार द्वारा प्रतिमाह 500 रुपये प्रदान किए जा रहे हैं।
जय राम ठाकुर ने कहा कि पिछले तीन दिनों के दौरान प्रदेश मेें 15 से 18 वर्ष आयु वर्ग के दो लाख से अधिक बच्चों का टीकाकरण किया जा चुका है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि राज्य सभी पात्र बच्चों का टीकाकरण शीघ्रता से पूर्ण करेगा और इस उपलब्धि को हासिल करने वाला देश का पहला राज्य बनकर उभरेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के मामलों में तीव्र वृद्धि चिन्ता का विषय है। उन्होंने लोगों से कोविड अनुरूप व्यवहार सुनिश्चित करने का आग्रह किया क्योंकि आज भी रोकथाम उपचार से बेहतर है। प्रदेश सरकार ने इस संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए कुछ प्रतिबन्ध लगाए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार स्थिति से भलीभांति परिचित है और किसी भी संभावित घटना से निपटने के लिए तैयार है।
शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने इस अवसर पर कहा कि राज्य ने पिछले दो वर्षों के दौरान इस महामारी को सफलतापूर्वक नियंत्रित किया है और इसका श्रेय मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के सक्षम नेतृत्व तथा चिकित्सकों, पैरा-मेडिकल स्टाफ व स्वास्थ्य कर्मियों की समर्पित टीम को जाता है। उन्होंने कहा कि पिछले चार वर्षों के दौरान प्रदेश में स्वास्थ्य संस्थानों को सुदृढ़ किया गया है तथा लोगों को बेहतर और विशिष्ट स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में हिमाचल एक आत्मनिर्भर राज्य बनकर उभरा है।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा आज शुरू किए गए कार्यक्रम प्रदेश को खुशहाल और स्वस्थ बनाने में सहायक सिद्ध होंगे। उन्होंने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक नई तकनीक मेडिसन ईवेंट और रिमांइडर मॉनिटर (एमईआरएम) बॉक्स भी शुरू की जा रही है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहा है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि राज्य निश्चित रूप से देश में पहला क्षय रोग मुक्त राज्य बनने का लक्ष्य हासिल करेगा।

नशा निवारण हेल्पलाइन का शुभारंभ

 

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