किन्नौर महोत्सव का मुख्य आकर्षण होगी राज्य स्तरीय नृत्य प्रतियोगिता

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रिकांगपिओ, 17 जून। राज्य स्तरीय जनजातीय नृत्य एवं शिल्प महोत्सव किन्नौर की तैयारियों को लेकर उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक की अध्यक्षता में आज एक बैठक आयोजित की गई। उपायुक्त ने बताया कि राज्य स्तरीय जनजातीय नृत्य एवं शिल्प महोत्सव का आयोजन 22 से 24 जून तक मिनी स्टेडियम पुलिस कॉलोनी रिकांगपिओ में किया जाएगा।
आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि राज्य स्तरीय जनजातीय नृत्य एवं शिल्प महोत्सव का 22 जून को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर शुभारंभ करेंगे और 24 जून को समापन समारोह की अध्यक्षता राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर करेंगे।
महोत्सव के शुभारंभ अवसर पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जिले की विभिन्न विकासात्मक योजनाओं के लोकार्पण तथा शिलान्यास करेंगे। मुख्यमंत्री इस अवसर पर जिले में एफ.आर.ए व नौ-तौड़ के तहत जिले के 103 लाभार्थियों को पट्टे भी प्रदान करेंगे। मुख्यमंत्री इस दौरान विशाल जनसभा को भी संबोधित करेंगे।
उन्होंने बताया कि महोत्सव का मुख्य आकर्षण राज्य स्तरीय नृत्य प्रतियोगिता रहेगी जो 22 जून को आयोजित की जाएगी जिसमें भरमौर, उदयपुर, कांगड़ा के गद्दी समुदाय का सांस्कृतिक दल, काजा सहित किन्नौर जिले के निचार, कल्पा व पूह उपमंडल सहित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला रिकांगपिओ के सांस्कृतिक दल रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे। इसके अलावा तीन दिवसीय महोत्सव के दौरान मिस-किन्नौर प्रतियोगिता, जिला स्तरीय नृत्य एवं लोक वाद्ययंत्र प्रतियोगिता, फैंसी ड्रैस प्रतियोगिता, रस्साकस्सी प्रतियोगिता, तीरंदाजी प्रतियोगिता, कुर्सी-दौड़ व चम्मच-दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान जिले के विभिन्न स्कूलों के बच्चों व महिला मंडलों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाएगा।
उपायुक्त ने बताया कि तीन दिवसीय राज्य स्तरीय जनजातीय नृत्य एवं शिल्प महोत्सव में रात्रि के समय स्थानीय कलाकारों द्वारा रंगारंग किन्नौरी गानों पर आधारित नाइट-शो आयोजित किए जाएंगे जिसमें जिले के नामी कलाकार भाग लेंगे।
उन्होंने बताया कि इस दौरान जनजातीय क्षेत्रों की समृद्ध हस्तशिल्प, हथकरघा, मूर्तिकला, पेंटिंग व काष्ठ-कला से संबंधित उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी, ताकि मेले में आने वाले देश-विदेश के पर्यटकों को किन्नौर जिले सहित प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर से एक ही स्थल पर रू-ब-रू होने का अवसर प्राप्त हो सके। महोत्सव के दौरान बच्चों व मेला प्रेमियों के लिए झूल्हे व अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध रहेंगी। इस अवसर पर मेले में आने वाले स्थानीय लोगों सहित पर्यटकों को बैठने के लिए भी अलग से स्थान उपलब्ध करवाया जाएगा।
उपायुक्त ने सभी जिलावासियों से आग्रह किया कि वे तीन दिवसीय राज्य स्तरीय जनजातीय नृत्य एवं शिल्प महोत्सव में अधिक से अधिक संख्या में शामिल हों।
बैठक में महोत्सव को सफल बनाने के लिए विभिन्न कमेटियों का भी गठन किया गया। उपायुक्त ने सभी से आग्रह किया कि वे राज्य स्तरीय जनजातीय नृत्य एवं शिल्प महोत्सव को सफल बनाने में अपना पूर्ण सहयोग दें।
बैठक की कार्यवाही का संचालन उपमंडलाधिकारी निचार एवं मेला अधिकारी बिमला वर्मा ने किया।
इस अवसर पर वनमंडलाधिकारी रजनोल्ड रॉयस्टन, पुलिस अधीक्षक अशोक रत्न, उपमंडलाधिकारी कल्पा शशांक गुप्ता, उपनिदेशक एवं परियोजना अधिकारी ग्रामीण विकास अभिकरण जयवंती ठाकुर, अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण विभाग दिनेश सेन, अधिशाषी अभियंता जल शक्ति विभाग पूह संजय कौशल और कल्पा मंडल के अधिशाषी अभियंता अभिषेक भी उपस्थित थे।

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