भारतीय पत्रकार कल्याण मंच ने की राज्यपाल से ‘चाय पर चर्चा’

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शिमला, 19 अप्रैल। भारतीय पत्रकार कल्याण मंच के राश्ट्रीय अध्यक्ष पवन आश्री के नेतृत्व में मंच के सदस्यों ने आज राजभवन में राज्यपाल राजेन्द्र विष्वनाथ आर्लेकर से शिष्टाचार भेंट की। मंच द्वारा शिमला में प्रशिक्षण शिविर और राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी के समापन के पश्चात सभी पत्रकारों ने राज्यपाल से ‘चाय पर चर्चा’ की तथा राजभवन का दौरा किया। हरियाणा से भाजपा नेता सूरज भान कटारिया भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
इस अवसर पर राज्यपाल ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की क्षमता विकास व कौशल के लिए भारतीय पत्रकार कल्याण शिविर का आयोजन कर रहा है। उन्होंने कहा कि आज तकनीक ज्ञान, सामाजिक विशयों की जानकारी और राजनीतिक बदलाव को समझने की आवश्यकता होती है, जो इस तरह के प्रशिक्षण शिविरों से संभव है। उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र में ऐसे प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन किया जाता है जहां सामाजिक प्रश्नों को समझने का मौका मिलता है।
आर्लेकर ने कहा कि भारत अपनी आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। 25 वर्षों के पश्चात् हम 200 साल की खुशियां मना रहे होंगे। यह जरूरी है कि जिन महापुरुषों और ऐसे लोगों की वजह से हमें आजादी मिली जिनकी जानकारी ज्यादा नहीं है उन्हें समाज के समक्ष लाने की जिम्मेदारी पत्रकारों की भी है। सामाजिक दृष्टि से हमें किन-किन व्यक्तित्व से प्रेरणा मिली उन्हें सामने लाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आज हमें देश के वैज्ञानिकों द्वारा किए गए अनुसंधान की जानकारी तो है लेकिन किन-किन वैज्ञानिकों ने आजादी के लिए अपने अनुसंधान को छोड़कर आजादी की लड़ाई में कूद पड़े उसकी जानकारी नहीं है। ऐसे वैज्ञानिकों को समाज के सामने लाया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि समाज के हित के विषयों को समाज के सामने लाया जाना चाहिए। उन्होंने परामर्श दिया कि न्यूज को व्यूज में बदलने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा उनके पत्रकारों के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध रहे हैं। उन्होंने भारतीय पत्रकार कल्याण मंच के सदस्यों को गोवा आने और वहां संगोष्ठी के आयोजन के लिए आमंत्रित किया।
आश्री ने राज्यपाल को इस अवसर पर सम्मानित किया तथा मंच की गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि उनकी यह संस्था पिछले 20 वर्षों से कार्यरत है और राष्ट्रीय स्तर पर इसका विस्तार करने के पश्चात् यह मंच राज्य स्तर पर पत्रकारों की समस्याओं और उनकी मांगों को सरकारों के समक्ष प्रभावी तरीके से उठाती रही है। उन्होंने कहा कि यह मंच सामाजिक कार्यों में अपनी अहम भूमिका निभाता है तथा गरीब एवं पिछड़े वर्गों के लिए कार्य करता रहा है। उन्होंने हर वर्ष मंच के माध्यम से एक राष्ट्रीय स्तरीय संगोष्ठी का आयोजन किया जाता है।
इस वर्ष ‘आजादी के अमृत महोत्सव’ को लेकर ‘‘आजादी में शहीदों की भूमिका के साथ मीडिया की भूमिका’’ पर विचार सत्र का आयोजन किया गया। उन्होंने कहा क करीब 150 पत्रकारों ने इस संगोष्ठी में भाग लिया। उन्होंने राज्यपाल को हरियाणा और पंजाब में पेंशन सुविधा और अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं से अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि इन राज्यों की तर्ज पर हिमाचल प्रदेश के पत्रकारों को भी 60 वर्ष के पश्चात पेंशन सुविधा उपलब्ध करवाई जानी चाहिए। उन्होंने पत्रकारों के साथ राजभवन में ‘चाय पर चर्चा’ के लिए राज्यपाल का आभार व्यक्त किया।

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