भई अफसर हो तो सुभाष थलेडी जैसा, वरना कैसा अफसर?

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  • अपनी मर्जी से कार हायर कर एक लाख 43 हजार का बिल दूरदर्शन को भेजा
    सफर में शराब पीकर ड्राइवर को गालियां दी, रिटायरमेंट के दिन अपनी न्यूज खुद ही चला दी!

डीडी न्यूज उत्तराखंड में रोजाना 15 मिनट का न्यूज बुलटिन होता है। 31 मई को दूरदर्शन के सहायक निदेशक सुभाष थलेड़ी का रिटायरमेंट था। उस दिन डीडी न्यूज का चार्ज भी थलेड़ी के पास था। बस, मौके का फायदा उठाया और अपने को सबसे अच्छा अधिकारी और दूरदर्शन का हितैषी बताते हुए चला दी तीन मिनट 37 सेकेंड की न्यूज। भई अफसर हो तो सुभाष थलेड़ी जैसा। इसे कहते हैं पद का दुरुपयोग। जो अफसर पद का दुरुपयोग न करें और अपने प्यून, ड्राइवर या असिस्टेंट के साथ बदतमीजी न करें तो भला उसे कौन अफसर मानेगा?
सुभाष थलेड़ी ने बिना निर्धारित मापदंड के मनमाने तौर पर एक टैक्सी कंपनी से कार हायर की और एक लाख 43 हजार 737 रुपये का बिल दूरदर्शन को थोप दिया। यही नहीं थलेड़ी पर ड्राइवर से शराब के नशे में बदतमीजी और गाली-गलौच करने का भी आरोप है। जिसकी जांच अब भी चल रही है। इससे पहले भी थलेडी पर महिलाओं के साथ बदतमीजी करने के कारण दोषी पाया गया और उन्हें पनिशमेंट पोस्टिंग मिली थी। उन पर अपने चहेतों को आर्थिक लाभ पहुंचाने का भी आरोप है। इसका खुलासा आगे करूंगा।
दूरदर्शन उत्तराखंड के प्रोग्राम हेड रह चुके थलेड़ी के कारनामों पर एक पूरा ग्रंथ लिखा जा सकता है। थलेड़ी ने जब भी मौका मिला अपने पद का दुरुपयोग किया। यह दस्तावेज और दूरदर्शन केंद्र के रिकार्ड दर्शाते हैं। यह पूर्व अफसर अब तीरथ सरकार में पद हथियाने के लिए दिल्ली में भाजपा और आरएसएस के संपर्क में रहे लोगों से लाबिंग करने में जुटा है। तीरथ सरकार के सलाहकार भी विवादों में हैं। एक नया विवादित सलाहकार सरकार के लिए मुसीबत का सबब बनेगा। यह तय है।
[वरिष्‍ठ पत्रकार गुणानंद जखमोला की फेसबुक वॉल से साभार]

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