- पश्चिम बंगाल में दीदी तो उत्तराखंड में भाई बने सीएम
मोदी जी ने बताया कि ममता दीदी चुनाव हारने के बावजूद यदि पश्चिम बंगाल की सीएम बन सकती हैं तो उत्तराखंड पुष्कर सिंह धामी क्यों नहीं? महाराज द्वारा ज्योतिषी को धमकाने पर भी सूर्य और तुला एक बार फिर ठीक नहीं बैठा। न ही धन सिंह रावत बारिश वाले एप का सही इस्तेमाल कर सके। फूलदेई के मौसम में भी ऋतु नहीं आई।
अब कांग्रेस की बारी है। कांग्रेस विधायक मंडल बैठक में हरीश रावत को नेता प्रतिपक्ष चुन सकती है। नेता प्रतिपक्ष के लिए ही जीतने का प्रावधान क्यों? सही मायने में लोकतंत्र यही है कि दसवीं फेल सीधे बारहवीं कर सकता है। लोकसभा हारने वाला पिछले दरवाजे से राज्यसभा यानी बड़े सदन में घुस जाता है।
पुष्कर सिंह धामी को दोबारा सीएम बनने की बधाई।
[वरिष्ठ पत्रकार गुणानंद जखमोला की फेसबुक वॉल से साभार]