उत्तराखंड जनता पीड़ित रावत पार्टी का उदय

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  • हरीश रावत अध्यक्ष, हरक सिंह महामंत्री और त्रिवेंद्र रावत होंगे कोषाध्यक्ष
  • जनता के जुल्मों का होगा पर्दाफाश, जल्द बनेगी द रावत फाइल्स

उत्तराखंड के तीन दिग्गज रावत नेताओं ने होली के अवसर पर नई पार्टी का गठन करने का फैसला किया है। नई पार्टी का नाम उत्तराखंड जनता पीड़ित रावत पार्टी होगा। यह फैसला पूर्व सीएम हरीश रावत के शहनशाही आश्रम के निकट स्थित किराए के मकान में लिया गया। होली मिलन के बहाने रावतों की इस बैठक को लेकर सियासी पारा चढ़ गया है।
सूत्रों के मुताबिक हरदा ने पहले डेनिस मंगाई। इसका असर न होता देख त्रिवेंद्र चचा ने बी-5 मंगाई। जब वह भी नहीं चढ़ी तो अपने खेतों में उगाई जैविक भांग मंगाई। हरकू दा ने उसे घोंटा और फिर तीनों ने जमकर पी। इसके बाद रिस्पना नदी का वाटर लेवल अचानक ही बढ़ गया। प्रशासन ने नदी के जलस्तर को बढ़ता देख काठबंगला तक लोगों को नदी किनारे से दूर रहने की चेतावनी जारी करनी पड़ी।
तीनों रावतों ने एहसान फरामोश जनता को खूब कोसा। हरदा ने कहा, यदि जनता उनके साथ अन्याय नहीं करती तो उनके सपनों का उत्तराखंड होता। हरकू दा का कहना था कि देवभूमि में एक बहू के साथ बहुत बड़ा अन्याय किया गया। जनता वोट देते समय भूल गयी कि आखिर सास भी कभी बहू थी।
दोनों रावतों के दुख को देखते हुए त्रिवेंद्र चचा की आवाज लड़खड़ा रही थी। कहा, मैंने प्रदेश के लिए क्या कुछ नहीं किया। घसेरी योजना लाए, पेंशन बढ़ाई, गैरसैंण ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाई। विकास की कई योजनाएं लाए, क्या हुआ जो कुछ लोगों पर दो-चार लाठी-डंडे मार दिये। भला इसमें कुर्सी क्यों खींच ली? टिकट भी नहीं दिया।
तीनों दुखयारे रावतों ने तय किया कि नई पार्टी बनाएंगे और उन समस्त नेताओं और कार्यकर्ताओं को इसमें शामिल करेंगे, जिनकी जमानतें जनता ने इस चुनाव में जब्त करवा दीं। हरदा ने ऐलान किया कि रावतों पर होने वाले जनता के जुल्म की ‘द रावत फाइल्स‘ भी बनेगी, जिसमें जनता के कारनामे उजागर होंगे। होली पर डीडी न्यूज की शिफ्ट थी। देरी हो गयी लेकिन बुरा न मानो होली है।
हरदा, हरकू दा और त्रिवेंद्र चचा सहित समस्त प्रदेशवासियों को होली की शुभकामनाएं।
[वरिष्‍ठ पत्रकार गुणानंद जखमोला की फेसबुक वॉल से साभार]

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