यत्र नार्यस्तु पूज्यंते तत्र रमन्ते देवता

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  • ये कैसी हिन्दू सरकार, जो बेटियां का दर्द न समझे
  • ये कैसी हिन्दू सरकार जो श्री राम के जीवन से दो शब्द भी न सीख सकी

पुराणों में लिखा गया है कि यत्र नार्यस्तु पूज्यंते तत्र रमन्ते देवता यानी जहां नारी की पूजा होती है वहां ईश्वर का वास होता है। भाजपा हिन्दू-हिन्दू-हिन्दू-हिन्दू गला फाड़ चिल्लाते हुए नौ साल सत्ता पर काबिज है। इसके बावजूद हिन्दू धर्म और पुराणों की सबसे अधिक अवेहलना और प्रतिकार भाजपा सरकारें ही कर रही हैं चाहे वह केंद्र की सरकार हो या राज्य की। प्रदेश में अंकिता हत्याकांड में भाजपा और संघ के ही नेता ही इनवाल्व हैं तो महिला पहलवानों के साथ यौन उत्पीड़न मामले में भी भाजपा का मंत्री बृजभूषण सिंह आरोपी है।
यह कैसी हिन्दू सरकार है जिसने राम के नाम पर वोट तो बटोर लिए, लेकिन श्रीराम के आदर्श जीवन और मर्यादाओं से एक बात तक नहीं सीखी। श्रीराम ने एक साधारण नागरिक के आपस में की गई साधारण बात से ही माता सीता का त्याग कर दिया था। यहां तो पूरी दुनिया में ढिंढोरा पिट चुका है कि भाजपा का एक मंत्री यौन शोषण का आरोपी है और सुप्रीम कोर्ट ने भी प्रथमदृष्टया उसे दोषी माना है। इसके बावजूद हिन्दू सरकार की क्या मजबूरी है कि न नारी की अस्मिता की परवाह है और न ही बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान की। क्यों नहीं ऐसे दागी मंत्री को कैबिनेट से निकाल दिया जाता और उसे जेल की सलाखों में भेज दिया जाता?
इन बेटियों ने दुनिया भर में तिरंगे की शान ऊंची की है और बृजभूषण ने कहीं न कहीं तो देश के मान को गिराया है। क्या बेटियों के मान के आगे बृजभूषण की शान अधिक जरूरी है। जब दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पद से त्यागपत्र दे सकते हैं तो बृजभूषण पर कौन से सितारे जड़े हैं। इस मामले की स्वतंत्र और न्यायिक जांच होनी चाहिए ताकि पहलवान बेटियों को इंसाफ मिल सके।
[वरिष्‍ठ पत्रकार गुणानंद जखमोला की फेसबुक वॉल से साभार]

‘लगेगी आग तो आएंगे घर कई जद में, यहां पे सिर्फ हमारा मकान थोड़ी है‘

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