डर के आगे जीत है!

इसे कहते हैं किस्मत। यशपाल आर्य अकेले-अकेले रबड़ी-फलूदा खा रहे हैं। एक चम्मच भी साथी विधायकों को नहीं दिया, तो उधार लेकर चुनाव जीत कर विधायक बने नेताओं के मुंह क्या फूलेंगे नहीं? भई, लार टपकने से बचाने के लिए भी तो मुंह फुलाया जा सकता है। चिढ़ क्यों रहे हो उत्तराखंड के विधायकों। जोखिम … Continue reading डर के आगे जीत है!