पुरस्कार के शब्द नश्तर की तरह चुभते हैं

डा. कलाचंद सैन को उत्तराखंड रत्नश्री एवार्ड पर सवाल डा. सैन महज वाडिया के डायरेक्टर हैं, उनका यहां के विकास में कोई योगदान नहीं! जब प्रदेश का युवा बेरोजगार है, नेताओं और माफियाओं की पौ-बारह तो ऐसे समय में पहाड़ और हिमालय बचाने का सवाल भी बड़ा अहम है। वाडिया इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर डा. कलाचंद … Continue reading पुरस्कार के शब्द नश्तर की तरह चुभते हैं