हेलीकॉप्टर का नाम अब उड़नखटोला होगा

289
  • सीएम धामी ने औपनिवेशक स्थलों के नाम बदलने की ठानी
  • मसूरी का नाम सोच लो, रामू हलवाई के नाम पर हो सकता है क्लेमनटाउन का नाम

सीएम धामी कुछ मामलों में देश के पीएम मोदी के सच्चे फॉलोअर हैं, उनके पदचिन्हों पर चल रहे हैं। मसलन, इधर, मोदी जी सरयू तट पर दीप जलाने लगे उधर, सीएम धामी काशीपुर में दीपोत्सव मनाने लगे। उनके बोलने और जनता से संवाद का अंदाज भी कई बार पीएम मोदी की तरह होता है। देखादेखी में अब सीएम धामी भी प्रदेश में नाम बदलने की राजनीति कर वाहवाही बटोरना चाहते हैं। लगता है कि जिस हेलीकॉप्टर में दिन भर घूमते हैं, अब उसे उ़डनखटोला कहेंगे।
पता नहीं मसूरी का क्या नाम रखा जाएगा, क्लेमनटाउन का क्या होगा? जबकि जरूरत इस बात की थी कि सीएम धामी विकास कार्यों और गुड गवर्नेस में पीएम मोदी का अनुसरण करते। मोदी कैबिनेट में फिलहाल किसी मंत्री के भ्रष्टाचार में शामिल होने का आरोप नहीं है। निशंक समेत कई अन्य मंत्रियों को पीएम मोदी ने, कारण जो भी रहे हैं, तुरंत कैबिनेट से बाहर कर दिया जबकि सीएम धामी तो भ्रष्टाचारी मंत्रियों को कंधे पर बिठाए गली-गली घूम रहे हैं। तब उन्हें मोदी के अनुसरण की बात क्यों नहीं आती? यह बात समझ से परे है। विकास कार्यों और भ्रष्टाचार को रोकने में भी तो पीएम मोदी की नकल करो, सीएम साहब।
यह भी बता दूं कि पिछले 22 साल में उत्तराखंड ने अपने विभागों के नियम तो बनाए नहीं हैं, यूपी से जस के तस रखे हैं। प्रदेश में 99 प्रतिशत कानून और प्रावधान अंग्रेजों के जमाने के हैं। सरकारी नौकरी भी अंग्रेजों के बनाए एक्ट के तहत होती है। बदलना है तो इन्हें बदलो। अपना कैबिनेट बदलो। उन मंत्रियों को बदलो, जो प्रदेश के लिए बोझ बन गये हैं। नाम बदलने से वाहवाही नहीं मिलेगी, काम करने से मिलेगी। यह भी बता दूं आपको 6 महीने में आपकी सरकार ने जनहित का काम तो चवन्नी का भी किया नहीं और आपके चमचे आपको चढ़ा रहे चने के झाड़ पर, झूठ कह रहे ‘धाकड़ धामी‘।
[वरिष्‍ठ पत्रकार गुणानंद जखमोला की फेसबुक वॉल से साभार]

नौकरी नहीं, उद्यमिता को चुने, उत्पादक बनें

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here