जेब से फक्कड़ पर दिल के रहीस हैं विजय जुयाल

धाद की रीढ़ हैं जुयाल, केदारनाथ आपदा के बाद मिला धाद को नया आयाम अब तक दो दर्जन निर्धन कन्याओं की शादी में कर चुके हैं सहयोग कुछ दिन पहले की बात है। सुबह लगभग नौ बजे विजय जुयाल जी को फोन किया। कहां हो, तो महाशय रोडवेज की बस में ऋषिकेश से आगे जा … Continue reading जेब से फक्कड़ पर दिल के रहीस हैं विजय जुयाल