निगम में भाजपा के भ्रष्ट शासन से मुक्ति चाहती है जनताः तान्या

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नई दिल्ली, 22 फरवरी। दिल्ली नगर चुनाव की आहट के बीच वार्ड नंबर 75 में एक युवा नेता ने अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करवाई है। मात्र 21 साल की उम्र में राजनीति में पर्दापण करने के साथ ही तान्या ईश अरोड़ा ने क्षेत्र में अपनी अलग ही पहचान बना ली है। सौम्य व्यवहार की तान्या जिससे मिलती हैं, उन्हें अपना बना लेती हैं। राजनीति में पर्दापण से पहले तान्या कोरोना काल में क्षेत्रवासियों की मदद के लिए अपने पिता और चांदनी चौक जिले के आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष ईश अरोड़ा की मदद के लिए आगे आईं। तान्या ने जरूरतमंदों को भोजन देने और आइसोलेशन में रह रहे कोविड मरीजों को घर का बना खाना, दवाएं और जरूरी मदद पहुंचाने में अपने पिता का पूरा-पूरा सहयोग किया। इस दौरान तान्या ने अपने पिता की मदद से कई घरों को सैनेटाइज भी करवाया। लक्ष्मीबाई कॉलेज से बीकॉम की शिक्षा प्राप्त करने वाली तान्या समाज सेवा से भी जुड़ी हुईं है। पौधरोपण और बच्चों को स्टेशनरी आदि उपलब्ध कराने वाले कार्यक्रमों में तान्या ब़ढ़-चढ़कर शामिल होती हैं। झुग्गी-झोपिड़यों में जहां वे महिलाओं और युवतियों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करती हैं वहीं, जरूरत पड़ने पर उनके बीच सेनेटरी पैड का वितरण भी करती हैं। अपनी सहज सरल मुस्कान से सबको आकर्षित करने वाली तान्या क्षेत्र में सबसे कम उम्र की दावेदार हैं।
क्षेत्र की समस्याओं और निगम में आम आदमी पार्टी की उपस्थिति को लेकर अक्षुण्ण भारत के लिए दीपक खुल्बे ने युवा नेता और सामाजिक कार्यकर्ता तान्या ईश अरोड़ा से बातचीत की। प्रस्तुत हैं बातचीत के प्रमुख अंश…
क्या जनता निगम में भाजपा के 15 साल के शासन से मुक्ति चाहती है?
जी, बिल्कुल चाहती है। जनता भाजपा के भ्रष्ट शासन से पूरी तरह से त्रस्त है और उससे मुक्ति चाहती है। निगम भ्रष्टाचार में आकंठ तक डूबा पड़ा है। लोगों को छोटे-से-छोटे काम करवाने के लिए रिश्वत देनी पड़ती है। मकान का लेंटर डलवाना हो तो रिश्वत, कागज निकलावने हो तो रिश्वत। क्षेत्र में कई जगह अवैध पार्किंग धड़़ल्ले से चल ही रही हैं। यहां तक कि ऐसे भी आरोप लगे हैं कि निगम कर्मचारियों को खुद की सैलरी स्लिप लेने के लिए रिश्वत देनी पड़ती है। पारदर्शिता का वादा करके भाजपा निगम में तीसरी बार सत्ता में आई थी। परंतु ऐसा कुछ नहीं हुआ, बल्कि भाजपा के शासनकाल में भ्रष्टाचार की जड़ें और मजबूत हुई हैं।
निगम में सत्ता में आने के बाद आम आदमी पार्टी इसको कैसे भ्रष्टाचार से मुक्त करेगी!
जैसा कि आज पूरा देश जानता है कि अरविंद केजरीवाल की ईमानदार सरकार में दिल्ली का बजट 28 हजार करोड़ रुपये से ब़ढ़कर 72 हजार करोड़ रुपये हो गया है। उसी प्रकार निगम में सत्ता में आने के बाद इसमें पूरी तरह से पारदर्शिता लाई जाएगी। आम जनता से जुड़़ी सुविधाओं की ऑनलाइन प्रक्रिया को और सरल किया जाएगा। शिकायतों के निपटान के लिए समय सीमा निर्धारित की जाएगी और कर्मचारियों की जवाबदेही तय की जाएगी।
राज्य में भी आपकी सरकार होने का फायदा आम जनता को कैसे मिलेगा।
जाहिर सी बात है दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार है, जब निगम में भी हमारी पार्टी सत्ता में होगी तो उससे विकास में तेजी आएगी। निगम मे स्कूल और स्वास्थ्य सुविधाएं भी दिल्ली सरकार की तर्ज पर बेहतर होंगी।
क्या आपको लगता है कि जनता बदलाव चाहती है और इसका सबसे ज्यादा फायदा आम आदमी पार्टी (आप) को होगा?
हां, जनता बदलाव चाहती है और इसका फायदा पार्टी को ही नहीं आम आदमी को भी होगा। जिस प्रकार केजरीवाल सरकार में बिजली पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य में सुधार आया है उसी प्रकार निगम से जुड़ी हुई हर बुनियादी सेवाओं में भी सुधार होगा।
क्षेत्र में बढ़ते अपराधों के लिए कौन जिम्मेदार है!
उत्तरः पिछले कुछ सालों में क्षेत्र में अपराध तेजी से बढ़े हैं और इसके लिए जिम्मेदार केवल और केवल भाजपा है, क्योंकि पुलिस प्रशासन भाजपा शासित केंद्र सरकार के अधीन आता है। यहां महिलाएं कभी रात में भी बैखोफ घूमती थीं, लेकिन आज भरी दोपहरी में भी निकलने से डरती हैं, क्योंकि सड़कों पर छीना-छपटी और अपराध बढ़े हैं।
जानवरों की वजह से आए दिन सड़क हादसे बढ़ रहे हैं। आपकी नजर में इसका कोई समाधान है।
जी, बिल्कुल सही कहा आपने। आए दिन कुत्तों के काटने की घटनाएं सुनने को मिलती हैं। जानवरों की वजह से फैली गंदगी भी क्षेत्र में आम देखने को मिलती है। हमारा यह प्रयास रहेगा कि हम कुत्तों और गायों के लिए अलग-अलग पशुशालाएं बनवाएं। जिससे ना केवल क्षेत्र में साफ-सफाई रहेगी, बल्कि इनकी वजह से होने वाले हादसों पर भी अंकुश लगेगा।
कई पार्क शराबियों की ऐशगाह बन गए हैं!
जाहिर सी बात है। जब पार्कों का रखरखाव नहीं होगा, झाडि़यां उगी रहेंगी और गंदगी फैली रहेगी तो कोई भी स्थानीय निवासी स्वास्थ्य लाभ के लिए पार्क में आने से रहेगा। ऐसे में कई अवांछित तत्व इसका फायदा उठाते हैं। पार्कों के रखरखाव की जिम्मेदारी नगर निगम की है, जिसका अच्छी तरह से निर्वहन नहीं किया जा रहा है। और रही बात शराबियों की तो इसके लिए कहीं ना कहीं पुलिस की भी जिम्मेदारी बनती है।
क्षेत्र में पार्किंग की समस्या गंभीर होती जा रही है। इसके लिए आपका कोई सुझाव।
क्षेत्र में काफी समय से अंडरग्राउंड पार्किंग की बात होती रही है, अच्छी नीयत और मजबूत इच्छाशक्ति नहीं होने की वजह से इसको आज तक अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका। निगम में आने के बाद हम एक बेहतर योजना बनाकर इसको पूरा करेंगे।
क्षेत्र में कई जगह पानी की समस्या है।
हमारे विधायक राजेश गुप्ता इस मामले में बेहद सक्रिय हैं। विधायक क्षेत्र की समस्याएं जानने के लिए सुबह 4 बजे भी लोगों के बीच पहुंच जाते हैं। पानी की समस्या जानने के लिए वे कई बार उनके घरों तक भी पहुंच जाते हैं और समस्या का हल भी करवाते हैं। आने वाले समय में हम इस पर बेहतर तरीके से काम करेंगे, ऐसी हम आशा करते हैं।
गांव की अपनी ही समस्याएं हैं, उसको कैसे सुलझाया जा सकता है।
गांव में बहुत सारी समस्याएं थीं, जिनमें से कई का जैसे टूटी गलियों का निर्माण, पेयजल समस्या और सीवर की समस्या का समाधान विधायक राजेश गुप्ता ने अपने कार्यकाल में कर दिया है। बाकि निगम से जुड़ी समस्याओं को आने वाले समय में मिलजुलकर दूर करेंगे।

देखें, तान्या ईश अरोड़ा का साक्षात्कार…

नगर निगम में इस बार ‘आप’ का परचम लहराएगाः तान्या

 

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