ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने में सहकारी बैंकों की अहम भूमिका

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रिकांगपिओ, 8 जून। हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिले किन्नौर के रिकांगपिओ में आज डीपोजिट मोबेलाइजेशन एजेंट (डीएमए) के तहत सहकारी सभाओं को बढ़ावा देने के लिए हिमाचल प्रदेश सहकारिता विभाग और सहकारी बैंक के सयुंक्त तत्वाधान में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता हिमाचल प्रदेश सहकारी बैंक के अध्यक्ष खुशी राम बालनाटा ने की।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने में सहकारी बैंकों की अहम भूमिका रहती है ऐसे में सहकारी सभाओं को और अधिक सुदृढ़ करने की आवश्यकता है ताकि आर्थिक विकास के साथ-साथ समाज की भी उन्नति हो सके। उन्होंने कहा कि पहले सहकारी सभाओं के माध्यम से कारोबार के लिए कुछ चुनिंदा विषयों पर ही कार्य किया जाता था, परंतु वर्तमान में आर्थिकी को बढ़ावा देने के लिए सहकारी सभाओं द्वारा किसी भी क्षेत्र में कारोबार किया जा सकता है जिसके लिए सहकारी बैंक के माध्यम से ऋण व अन्य लाभ प्रदान किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य सहकारी बैंक व सहकारी सभाओं को जोड़कर सहकारी क्षेत्र में विविधता लाना है ताकि रोजगार व स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध हो सके।
इस अवसर पर महा प्रबंधक हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक डॉ. आर.पी नेन्टा, सहायक पंजीयक सहकारी सभाएं किन्नौर लेखराज नेगी, निदेशक सहकारी बैंक किन्नौर पी.डी नेगी और कार्यकारी प्रबंधक सहकारी बैंक डी.बी. नेगी भी उपस्थित थे।

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