परिश्रम व मेहनत की बदौलत विकास का मॉडल बन कर उभरा हिप्र

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रिकांगपिओ, 15 अगस्त। जिला स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह जिला किन्नौर के मुख्यालय रिकांगपिओ के रामलीला मैदान में मनाया गया। स्वतंत्रता दिवस समारोह की अध्यक्षता ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज व पशुपालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने की।
इस अवसर पर ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने ध्वजारोहण किया व भव्य मार्च पास्ट की सलामी ली। परेड का नेतृत्व पुलिस विभाग के उप निरीक्षक आशा राम ने किया। परेड में भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल, हिमाचल पुलिस, गृह रक्षा पुरूष व महिला व गृह रक्षा बैंड की टुकड़ियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में जिले के विभिन्न हिस्सों से पारम्परिक वेश-भूषा के साथ स्थानीय लोगों ने भाग लिया।
मुख्य अतिथि ने आजादी की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर मनाए जा रहे आजादी के अमृत महोत्सव पर उपस्थित जनों को शपथ भी दिलाई।
इस दौरान हाल ही में जिला किन्नौर के बटसेरी तथा निगुलसरी में हुए दर्दनाक हादसों व प्रदेश के अन्य भागों में बरसात के मौसम के दौरान हुए हादसों में मृतकों की आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन रखा गया तथा समारोह के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी नहीं किया गया।
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि आजादी के उपरान्त देश ने हर क्षेत्र में उन्नति की है। उन्होंने कहा कि जिस समय प्रदेश अस्तित्व में आया उस समय प्रदेश गरीबी व पिछड़ेपन के दौर से गुजर रहा था परन्तु आज प्रदेश यहां के परिश्रमी व मेहनतकश लोगों के कठिन परिश्रम के कारण पहाड़ी राज्यों में ही नही बल्कि देश के बड़े राज्यों में भी विकास का माॅडल बन कर उभरा है।
उन्होंने कहा कि साढ़े तीन वर्षों में प्रदेश सरकार ने चहुमुखी विकास व लोक कल्याण की अनेक योजनाएं आरंभ की। प्रदेश में हिमाचल गृहणी सुविधा योजना के अंतर्गत अब तक 3 लाख 17 हजार से अधिक परिवारों को 116 करोड़ रुपये की लागत के निःशुल्क गैस कनैक्शन प्रदान किए गए हैं वहीं प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के अंतर्गत 1 लाख 36 हजार परिवारों को निःशुल्क गैस कनैक्शन उपलब्ध करवाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा आरंभ की गई हिम केयर योजना के तहत प्रदेश में 5 लाख से अधिक परिवारों का पंजीकरण करवाया गया है तथा 1 लाख 72 हजार लोगों के निःशुल्क ईलाज पर 161 करोड़ रुपये व्यय किए गए हैं। प्रदेश सरकार द्वारा गंभीर बीमारियों से पीड़ित, आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए सहारा योजना चलाई गई है। योजना के तहत अब तक 14 हजार से अधिक लाभार्थियों को 31 करोड़ रुपये की सहायता राशि प्रदान की गई।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के तहत 1 हजार 903 परियोजनाएं कार्यन्वित कर 6 हजार लोगों को रोजगार प्रदान किया गया है तथा इसके तहत कुल 122 करोड़ रुपये का उपदान दिया गया है।
किन्नौर जिले की विकास की चर्चा करते हुए मुख्य अतिथि ने कहा कि केंद्रीय कृषि मंत्रालय द्वारा जिला किन्नौर में बागवानी क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए इस वर्ष 50 करोड़ रुपये की एक परियोजना स्वीकृत की गई है जिसके अंतर्गत जिले को सेब विकास के लिए एक कलस्टर के रूप में विकसित करने का लक्ष्य रखा गया है। परियोजना के तहत जिले में विदेशी किस्म के सेब उत्पादन को बल दिया जाएगा ताकि प्रदेश के उत्पाद विदेशों में निर्यात हो सके तथा विदेशी मुद्रा अर्जित हो सके।
उन्होंने कहा कि जिला किन्नौर के लोगों की सामाजिक व आर्थिकी सुदृढ़ करने व जिले के समग्र विकास सुनिश्चित बनाने के लिए जिले के सांगला व मूरंग को श्यामा प्रसाद रू-बर्न मिशन के तहत 2 कलस्टरों के रूप में चयनित किया गया है जिसके लिए 30 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। योजना के तहत वर्ष 2020-21 में इन दोनों कलस्टरों में विभिन्न गतिविधियों पर 9 करोड़ 95 लाख रुपये की राशि व्यय की जा चुकी है।
ग्रामीण एवं पंचायती राज मंत्री ने कहा कि जिले में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत महिलाओं की सामाजिक व आर्थिक स्थिति सुदृढ़ करने के लिए 600 स्वयं सहायता समूह का गठन किया गया है जो कृषि तथा गैर-कृषि गतिविधियां संचालित कर रहे हैं। मिशन के तहत वर्ष 2020-21 में स्वयं सहायता समूहों को 27.25 लाख रुपये की राशि रीवाॅल्वींग फंड के रूप में प्रदान की गई। इसी अवधि के दौरान मिशन के तहत 1 करोड़ 83 लाख रुपये के क्रेडिट मोबेलाईजेशन का लक्ष्य रखा गया है तथा अब तक 1 करोड़ 19 लाख रुपये का लक्ष्य प्राप्त कर लिया गया है।
उन्होंने कहा कि जिले में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत भारत सरकार द्वारा 1482.83 लाख रुपये स्वीकृत किए गए हैं जिसमें से जिले के समस्त खण्डों को 910.86 लाख रुपये की राशि प्रदान की जा चुकी है।
उन्होंने कहा कि जिले में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गांरटी योजना के तहत वर्ष 2020-21 में 2418.62 लाख रुपये के विभिन्न विकासात्मक कार्य किए गए। जिले में मनरेगा के तहत 7 लाख 42 हजार 966 कार्य दिवस सृजित किए गए जिनमें से 5 लाख 21 हजार 879 कार्य दिवस में महिलाओं ने कार्य किया। मुख्य अतिथि ने कहा कि जिले में 15वें वित्त आयोग द्वारा जिला किन्नौर के लिए वर्ष 2021-22 में 16.67 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई जिनमें से 2.78 करोड़ जिला परिषद, 2.59 करोड़ पंचायत समिति तथा 11.30 करोड़ रुपये की राशि ग्राम पंचायतों को प्रदान की गई है। इस राशि से कार्यन्वित की जाने वाले गतिविधियों से जिले के लगभग 89 हजार लोग लाभान्वित होंगे।
उन्होंने कहा कि जनजातीय जिला किन्नौर में गत वर्ष हुए पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव में 73 ग्राम पंचायतों में से 23 ग्राम पंचायतें निर्विरोध चुनी गई है। निर्विरोध चुनी गई सभी पंचायतों को प्रति पंचायत 10 लाख रुपये की राशि प्रदान की जा चुकी है। उन्होंने निर्विरोध चुनी पंचायतों के प्रतिनिधियों व मतदाताओं को इसके लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि जिले में गत साढ़े तीन वर्षो में पशु टीकाकरण कार्यक्रम के तहत 1 लाख 2 हजार 750 पशुओं को मुंह तथा खूर की बीमारी से बचाव के लिए टीका लगाया गया। जिले में भेड़ पालन कार्यक्रम के अंतर्गत गत साढ़े तीन वर्षों में भेड़ नस्ल सुधार के लिए 410 मेड़े 60 प्रतिशत अनुदान पर भेड़ पालकों को प्रदान किए गए।
वीरेंद्र कंवर ने कहा कि राज्य कृषि यंत्रीकरण योजना के अंतर्गत गत साढ़े तीन वर्षों में 122 किसानों को पाॅवर वीडर, ब्रश कटर आदि की खरीद पर 50 प्रतिशत अनुदान के रूप में 22.33 लाख रुपये प्रदान किए गए। चालू वित्त वर्ष के दौरान योजना के तहत 40.50 लाख रुपये स्वीकृत किए गए हैं। उन्होंने कहा कि जिले में गत साढ़े तीन वर्षों में बहाव सिंचाई योजना के तहत 33 हैक्टेयर क्षेत्र सिंचाई सुविधा के तहत लाया गया जिससे 145 किसान लाभान्वित हुए और इस पर 60.32 लाख रूपये व्यय किए गए।
उन्होंने कहा कि जिले में गृह निर्माण अनुदान योजना के तहत वर्ष 2020-21 में 68 लोगों को लाभान्वित किया गया जिसके तहत लाभार्थियों को 1 करोड़ 2 लाख रुपये की राशि अनुदान के रूप में प्रदान की गई। उन्होंने कहा कि जिले में 6 हजार 195 पात्र व्यक्तियों को सामाजिक सुरक्षा पैंशन के अधीन लाया गया है जिनमें से 3541 लाभार्थियों की आयु 70 वर्ष से अधिक है। योजना के तहत 70 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों को बिना किसी आय सीमा के 1500 रुपये की सामाजिक सुरक्षा पैंशन प्रदान की जा रही है।
वीरेंद्र कंवर ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत जिले को 923.12 लाख रुपये स्वीकृत हुए हैं तथा मिशन के तहत 5 हजार 647 परिवारों के घरों में नल प्रदान करने का लक्ष्य रखा गया है तथा अधिकांश व्यक्तियों के घरों में नल द्वारा पानी पहुंच चुका है जिस पर 911.68 लाख रुपये खर्च किए जा चुके हैं।
मुख्य अतिथि ने इस अवसर पर कोविड काल में बेहतरीन कार्य करने व अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मनित किया।
इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश वन विकास निगम के उपाध्यक्ष सूरत नेगी, हिमाचल प्रदेश गौ-सेवा आयोग के उपाध्यक्ष अशोक शर्मा, जिला परिषद अध्यक्ष निहाल चारस, भाजपा जिला अध्यक्ष संजीव हारा, अध्यक्ष कल्पा भाजपा मंडल परवींद्र नेगी, अध्यक्ष पूह भाजपा मंडल सुभाष चंद, अध्यक्ष निचार भाजपा मंडल संजय नेगी, कल्पा पंचायत समिति अध्यक्ष गंगा राम नेगी, उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक, पुलिस अधीक्षक एस.आर.राणा, वनमण्डलाधिकारी रजनोल्ड राॅयस्टन, उपमण्डलाधिकारी कल्पा स्वाति डोगरा, सहायक आयुक्त मुनीष कुमार शर्मा, उपनिदेशक एवं परियोजना अधिकारी ग्रामीण विकास अभिकरण जयवंती ठाकुर, जिला परिषद सदस्य व विभिन्न पंचायत समिति के सदस्यों सहित गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।

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