कर्मियों के कल्याण के लिए योजनाएं चला रहा पूर्वोत्तर रेलवे

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file photo source: social media

गोरखपुर, 17 जनवरी। भारतीय रेल अपने कर्मचारियों एवं उनके परिजनों के हितों के लिए सतत् प्रयत्नशील है और पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी कल्याण की कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। इसके अंतर्गत् कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति के अवसर पर समय से सभी देयों का भुगतान, अनुकम्पा नियुक्ति, गंभीर बीमारियों एवं बच्चों के तकनीकी व्यवसायिक शिक्षा के लिए आर्थिक सहायता आदि सम्मिलित है।
अनुकम्पा आधारित नियुक्तियां प्राथमिकता के आधार पर की जा रही हैं। वर्ष 2021-22 में अभी तक पूर्वोत्तर रेलवे पर 268 मृत कर्मचारियों के आश्रितों को नियुक्ति प्रदान की गई है। अनुकम्पा नियुक्तियों पर विशेष निगरानी रखे जाने के फलस्वरूप 90 दिनों के भीतर ही अनुकम्पा नियुक्ति का कार्य पूर्ण हो रहा है। कोविड-19 संक्रमण काल में भी मृत कर्मचारियों के आश्रितों की अनुकम्पा नियुक्ति तथा समापक भुगतान प्राथमिकता के आधार पर किया गया। अभी हाल ही में पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल द्वारा मृत रेलकर्मियों के आश्रितों को समापक भुगतान एवं अनुकम्पा नियुक्ति की जानकारी देने के लिए ‘सहयोग‘ एप विकसित किया है। इसके अंतर्गत् एम.एम.एस. के द्वारा कार्य की प्रगति से आश्रित को सूचित किया जाता है, जिसके फलस्वरूप कर्मचारी अनावश्यक भाग-दौड़ एवं मानसिक तनाव से मुक्त रहता है।
कर्मचारी कल्याण निधि से कैंसर/गंभीर बीमारियों से पीडि़त रेल कर्मचारियों एवं उनके परिवार को प्रत्येक मामले में 2,00,000 रुपये की दर से किया जाता है। इस मद में वर्तमान वित्त वर्ष में अभी तक 24,15,800 रुपये का भुगतान किया जा चुका है। कर्मचारियों के शारीरिक एवं मानसिक दिव्यांग बच्चों एवं कर्मचारियों को कृत्रिम शारीरिक उपकरण एवं अन्य सहायक उपकरणों हेतु 26,58,800 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की गई। कठिन परिस्थितियों, बीमारियों आदि में अराजपत्रित रेल कर्मचारियों को 49,92,467 रुपये की आर्थिक सहायता दी गई। रेल कर्मचारियों के बच्चों को तकनीकी/व्यवसायिक शिक्षा की छात्रवृत्ति के रूप में कर्मचारी कल्याण निधि से इस वर्ष पूर्वोत्तर रेलवे पर कुल 1,45,25,297 रुपये का भुगतान किया गया। सेवानिवृत्त होने वाले सभी कर्मचारियों का समापक भुगतान जुलाई माह से एच.आर.एम.एस. पोर्टल के माध्यम से किया जा रहा है। सेवानिवृत्त होने वाले सभी कर्मचारियों को अंतिम कार्यदिवस पर ही समापक राशि का भुगतान कर दिया जाता है।
सेवानिवृत्त कर्मचारियों के पेंशन संबंधी समस्याओं के निस्तारण के लिए पिछले साल 15 दिसंबर को पेंशन अदालत का आयोजन किया गया, जिसमें सेवानिवृत्त कर्मचारियों को देय 86,46,324 रुपये का भुगतान किया गया।
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार कोविड-19 की वैश्विक महामारी में मृत रेल कर्मचारियों के आश्रितों के पक्ष में कुल 105 मामलों में कर्मचारी कल्याण निधि से प्रत्येक मृत रेल कर्मचारी के आश्रित को 2,00,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी गई। कोविड की तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए मुख्यालय स्थित ललित नारायण मिश्र रेलवे चिकित्सालय सहित तीनों मंडलीय चिकित्सालयों में ऑक्सीजन प्लांट क्रियाशील किया जा चुका है तथा उप मंडलीय चिकित्सालय गोण्डा में भी ऑक्सीजन प्लांट आज स्थापित कर दिया गया। मंडलीय एवं मुख्यालय के ललित नारायण मिश्र चिकित्सालय में कोविड-19 मरीजों के लिए आई.सी.यू. बेड के साथ-साथ तीसरे लहर को ध्यान में रखते हुए पीडियाट्रिक वार्ड बनाया गया है। ललित नारायण मिश्र रेलवे चिकित्सालय, गोरखपुर में रेलवे चिकित्सालयों में पर्याप्त चिकित्साकर्मियों, चिकित्सा उपकरणों एवं दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। लगभग सभी कर्मचारियों को कोरोना की वैक्सीन लगाई गई है।

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