बरेली, 16 जून। भारतीय रेलवे ने स्टार्टअप एवं अन्य संस्थाओं की भागीदारी के माध्यम से नवाचार (इनोवेशन) के क्षेत्र में महत्वपूर्ण पहल की है। रेल, संचार, इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्यागिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 13 जून को रेल भवन नई दिल्ली में रेलवे के स्टार्टअप की नीति का शुभारंभ किया था। स्टार्टअप की सहभागिता के माध्यम से रेलवे परिचालन, अनुरक्षण एवं आधारभूत संरचना के निर्माण के क्षेत्र में दक्षता लाएगी।
इस अवसर पर अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारतीय रेलवे में प्रौद्योगिकी के एकीकरण पर लंबे समय से चल रही चर्चा ने इस पहल के रूप में आज एक निश्चित आकार ले लिया है। इस कार्यक्रम के प्रथम चरण में विभिन्न मंडलों/क्षेत्रीय रेलों से प्राप्त 100 समस्याओं में से 11 मदों जैसे- रेल फ्रैक्चर, हेड-वे रिडक्शन आदि को सम्मिलित किया गया है। इनके इनोवेटिव समाधान खोजने के लिये स्टार्टअप के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।
रेल मंत्री ने स्टार्टअप से इस अवसर का उपयोग करने का अनुरोध किया कि युवा इनोवेटर इस सुविधा का लाभ उठाएं।
भारतीय रेलवे की नवाचार नीति (इनोवेशन पालिसी) की प्रमुख विशेषताएं निम्नवत हैं-
– नवोन्मेषक (इनोवेटर) को 1.5 करोड़ रुपये तक समान साझेदारी के आधार पर अनुदान।
– समस्या (प्राब्लम स्टेटमेंट) से विकास तक की प्रक्रिया ऑनलाइन निर्धारित समयावधि में।
– रेलवे में प्रोटोटाइप का ट्रायल।
– प्रोटोटाइप के सफल प्रदर्शन पर बढ़ी हुई धनराशि प्रदान किया जाना।
– नवोन्मेषकों (इनोवेटर्स) का चयन एक पारदर्शी एवं निष्पक्ष प्रणाली द्वारा किया जाना।
– विकसित इंटेलेक्चुवल प्रॉपर्टी राइट्स (आई.पी.आर.) इनोवेटर के पास ही रहना।
– इनोवेटर को एश्योर्ड डेवलपमेन्टल आर्डर।
– विलंब से बचने के लिए मंडल स्तर पर उत्पाद विकास प्रक्रिया का विकेंद्रीकरण।
फील्ड यूनिटों को समस्याओं से अवगत कराने को कहा गया था। इसके प्रतिउत्तर में लगभग 160 प्राब्लम स्टेटमेंट प्राप्त हुईं। 11 प्राब्लम स्टेटमेंट को न्यू इनोवेशन नीति के तहत चिन्हित किया गया और उन्हें पोर्टल पर अपलोड किया गया। ये निम्नवत् हैं-
1. ब्रोकन रेल डिटेक्शन सिस्टम
2. रेल स्ट्रैस इस क्लास मानिटरिंग सिस्टम
3. उपनगरीय खण्डों के लिये हेड-वे इम्प्रूवमेंट सिस्टम
4. ट्रैक निरीक्षण गतिविधियों के लिए ऑटोमेशन
5. भारी माल की ढुलाई के लिए सुपीरियर इलास्टोमेरिक पैड (ई.एम.पैड) की डिजाइन
6. 3-फेज के इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव के ट्रैक्शन मोटर ऑनलाइन कण्डीशन मानिटरिंग सिस्टम का विकास
7. नमक जैसी सामग्री की ढुलाई के लिए हल्के वजन के वैगन
8. यात्री सेवाओं में सुधार के लिए डिजिटल डेटा का उपयोग
9. ट्रैक क्लीनिंग मशीन
10. पोस्ट ट्रेनिंग रिवीजन एवं सेल्फ सर्विस रिफ्रेशर कोर्स के लिए एप
11. पुल निरीक्षण के लिए रिमोट सेंसिंग जियोमेटिक्स एवं जी.आई.एस. का उपयोग।
इंडियन रेलवे इनोवेशन पोर्टल लान्च किया गया है जो कि वेबसाइट www.innovation.indianrailways.gov.in पर उपलब्ध है।