…और शांत हो गयी जनांदोलनों की मुखर आवाज

राज्य तो मिला मगर वो सम्मान नहीं मिला, जिसकी असल हकदार थी सुशीला बलूनी मुरली मनोहर जोशी न अड़ते तो सुशीला बलूनी होती राज्य के विकास की सूत्रधार वर्ष 2007 का विधानसभा चुनाव था। एनडी तिवारी सरकार को लेकर जनता में आक्रोश था। तय माना जा रहा था कि जनता सत्ता बदलेगी। देहरादून के रेलवे … Continue reading …और शांत हो गयी जनांदोलनों की मुखर आवाज