एम्स ऋषिकेश भर्ती घोटाले का जिन्न फिर निकला बाहर

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निजी नर्सिंग कालेज संचालक बोले, रजिस्ट्रार रामकुमार की हो जांच
कालेजों से वसूली, नर्सिंग हास्टल की छात्राओं को परेशान करने समेत कई गंभीर आरोप, स्वास्थ्य मंत्री को सौंपा ज्ञापन

नर्सिंग कालेज, नर्सिंग स्कूल के प्रभारी प्रिंसीपल और नर्सिंग काउंसिल के प्रभारी रजिस्ट्रार रामकुमार शर्मा की मुश्किलें बढ़ गयी हैं। उनके खिलाफ निजी नर्सिंग और पैरामेडिकल कालेज ने जंग का ऐलान कर दिया है। इन कालेज संचालकों ने राजस्थान निवासी रामकुमार शर्मा पर निजी कालेजों से रंगदारी मांगने, एम्स ऋषिकेश नर्सिंग भर्ती घोटाले में संलिप्तता के आरोप लगाए हैं। साथ ही उन पर अपने साले हरिकांत शर्मा को गलत तरीके से सरकारी नौकरी दिलवाने का आरोप भी लगाया है। गर्ल्स हास्टल में रातों को जाने और नर्सिंग छात्राओं को प्रताड़ित का गंभीर आरोप भी निजी कालेज संचालकों ने लगाये हैं।
मैंने यह मामला पहले ही उजागर किया था कि 2004 में नर्स के तौर पर उत्तराखंड में नौकरी हासिल करने वाले रामकुमार शर्मा आज उत्तराखंड नर्सिंग का आधार स्तंभ बन गया है। जिन टीचर्स से रामकुमार ने पढ़ा वो आज भी प्रमोशन के लिए भटक रही हैं, लेकिन रामकुमार एसोसिएट प्रोफेसर बनकर उन टीचर्स का अफसर बन गया है। रामकुमार शर्मा के खिलाफ जांच के शासनादेश भी हो चुके हैं लेकिन जांच होती ही नहीं हैं। इस संबंध में मैंने मुख्य सचिव से लेकर विभाग तक कई आरटीआई लगाई हैं। इसका जवाब मिलने का इंतजार कर रहा हूं।
इस बीच, एसोसिएशन आफ प्राइवेट पैरामेडिकल और नर्सिंग इंस्टीट्यूशंस ने स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत को एक ज्ञापन सौंपा है। इसमें 22 निजी कालेज शामिल हैं। ज्ञापन में रामकुमार शर्मा के संबंध में 18 बिंदुओं को शामिल किया गया है। इसमें उनकी नियुक्ति और प्राचार्य पद को लेकर सवाल उठाए गए हैं। एसोसिएशन के मुताबिक रामकुमार ने नियमों के खिलाफ अपना कैडर बदला है।
एसोएिशन का आरोप है कि एम्स ऋषिकेश में 600 कर्मचारियों की नर्सिंग भर्ती घोटाले में उनकी संलिप्तता की चर्चा का रही है। इस मामले की जांच की जानी चाहिए। गौरतलब है कि एम्स घोटाले में अधिकांश कर्मचारी राजस्थान के थे। एसोसिएशन ने राजस्थान के कई लोगों को स्थायी निवास प्रमाण पत्र दिलाने में मदद, नर्सिंग पंजीकरण में धन उगाही, पर्वतीय मूल की लड़कियों को परेशान करने, नये कालेजों को एसेंसिएयल सर्टिफिकेट के नाम पर और पुराने कालेजों में सीट बढ़ोतरी को लेकर रामकुमार पर लाखों रुपये की वसूली का आरोप भी लगाया गया।
मैंने कल भी इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन वह टिप्पणी के लिए उपलब्ध नहीं हुए। आज दोबारा कोशिश करूंगा।
[वरिष्‍ठ पत्रकार गुणानंद जखमोला की फेसबुक वॉल से साभार]

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