सत्ता की थाप पर नाचते पत्रकार फिर भी नहीं बहुरे दिन

– 195 साल बाद भी अधिकांश पत्रकारों के हालात बदहाल – देश में सबसे सस्ता मजदूर है पत्रकार, टैग मिला ‘बिकाऊ मीडिया‘ तीन दिन पहले आज तक चैनल पर किसान नेता राकेश टिकैत एंकर अंजना के सवालों के जवाब में कह रहे थे कि एंकर और पत्रकार तो भाजपा के प्रवक्ता बन गए। उन्हें कोरोना … Continue reading सत्ता की थाप पर नाचते पत्रकार फिर भी नहीं बहुरे दिन