जीवन का अनुभव

569

मित्रता में निरंतर आपके अपनत्व को अनदेखा करके, आपकी मानसिक शांति को भंग करने वाले लोगों की उपस्थिति को अनदेखा कर देना चाहिए।

प्रो. (डॉ) सरोज व्यास
(लेखिका-शिक्षाविद्)
निदेशक, फेयरफील्ड प्रबंधन एवं तकनीकी संस्थान,
(गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय), नई दिल्ली

जीवन दर्शन

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here