मेकशिफ्ट कोविड अस्पताल में निर्बाध रूप से रहेगी ऑक्सीजन

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हरोली (ऊना)/शिमला, 4 जून। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज शिमला से वर्चुअल माध्यम से ऊना जिले के हरोली विधानसभा क्षेत्र के पंडोगा में 1.05 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित मेकशिफ्ट कोविड-19 अस्पताल का लोकार्पण किया। इस अवसर पर ठाकुर ने कहा कि 140 बिस्तर क्षमता का यह मेकशिफ्ट कोविड-19 अस्पताल कोरोना रोगियों को उनके घरों के निकट बेहतर उपचार प्रदान करने में सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल का निर्माण एक महीने के रिकॉर्ड समय में पूर्ण किया गया है। यह अस्पताल कोविड मरीजों को निर्बाध रूप से ऑक्सीजन की आपूर्ति करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने पर विशेष ध्यान दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने ऑक्सीजन की भंडारण क्षमता में 26 मीट्रिक टन से अधिक की वृद्धि की है और 8 पीएसए ऑक्सीजन संयंत्रों को कार्यशील किया गया है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में 12 नए पीएसए ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सीएसआर के तहत श्री लाल बहादुर शास्त्री राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय नेरचौक मंडी, पंडित जवाहर लाल नेहरू राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय चंबा और डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय टांडा में भी तीन ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित किए जा रहे हैं।

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ठाकुर ने कहा कि नेस्ले इंडिया लिमिटेड द्वारा नागरिक अस्पताल पल्कवाहा में 500 एलपीएम क्षमता का एक अन्य पीएसए ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पूर्व में प्रदेश का एकमात्र ऑक्सीजन संयंत्र आईजीएमसी शिमला में था, जबकि आज राज्य में चिकित्सा ऑक्सीजन आपूर्ति में लगभग आत्मनिर्भर है। उन्होंने बिलासपुर जिले के घुमारवीं और हमीरपुर में 140 पीएसए क्षमता वाले दो पीएसए संयंत्र उपलब्ध करवाने के लिए केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट मामले राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर का धन्यवाद किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के सभी बड़े अस्पतालों में ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार यह भी सुनिश्चित कर रही है कि प्रदेश में टीकाकरण अभियान भी सुचारू रूप से चले। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश देश के उन कुछ राज्यों में से एक है, जिसमें वैक्सीन बर्बादी शून्य है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अब तक लोगों को 24.23 लाख वैक्सीन की खुराकें प्रदान की जा चुकी हैं।
केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट मामले राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने वर्चुअल माध्यम से संबोधित करते हुए अपने संसदीय क्षेत्र में मेकशिफ्ट अस्पताल के निर्माण के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया, जो क्षेत्र के कोविड-19 मरीजों को बेहतर उपचार सुविधाएं प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर के कुशल नेतृत्व में प्रदेश ने स्वास्थ्य अधोसंरचना को बढ़ाने में सफलता हासिल की है। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में बिस्तर क्षमता को लगभग 1200 से बढ़ाकर 5000 से अधिक कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि आगामी पीएसए संयंत्रों पर तेजी से कार्य कर इन्हें जल्द से जल्द पूरा किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस शासित प्रदेशों पंजाब और राजस्थान में वैक्सीन की खुराकें बर्बाद हो रही हैं।
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने वर्चुअल माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर के प्रयासों से ही राज्य कोविड-19 की पहली लहर से सफलतापूर्वक निपटने में सफल रहा है और दूसरी लहर से भी प्रभावी ढंग से लड़ रहा है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश संभवतः भारत का एकमात्र प्रदेश है जहां कोविड मरीजों के लिए पर्याप्त बिस्तर और ऑक्सीजन उपलब्ध है।
राज्य औद्योगिक विकास निगम के उपाध्यक्ष प्रो. राम कुमार ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और क्षेत्र के लोगों के लिए मेकशिफ्ट अस्पताल समर्पित करने के लिए धन्यवाद किया। उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि जिले में अब कुल ऑक्सीजनयुक्त बिस्तरों की क्षमता 261 से अधिक हो गई है। विधायक चिंतपूर्णी बलबीर चौधरी और स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी शिमला में मुख्यमंत्री के साथ उपस्थित थे, जबकि पुलिस अधीक्षक अर्चित सेन सहित अन्य अधिकारियों के साथ ऊना में मौजूद थे।

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