क्यों यहां की तहसीलदार खुद नाले में उतरी

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संधोल में स्वच्छता की अलख जगाती तहसीलदार ओशिन

संधोल, 12 जनवरी। स्वामी विवेकानंद जयंती के अवसर पर मंडी जिले के संधोल की तहसीलदार ओशिन शर्मा खुद नाले में उतरी नजर आई। उन्होंने खुद भी गंदगी से अटे पड़े नाले का साफ करने में गुरेज नहीं की। हाथों में ग्लव्स पहने गंदगी साफ करती और बीच-बीच में स्वयंसेवकों को निर्देश देती ओशिन। ये नजारा था संधोल के हट-नाला बाज़ार का, जहां आज सफ़ाई अभियान शुरू किया गया था।

इस मौके पर बाज़ार के व्यापारी, संधोल तहसील के ग्राम प्रधान और अन्य ग्रामवासियों ने भी भाग लिया। दिल्ली से उत्थान फ़ाउंडेशन की निदेशक अरूणा घवाना ने भी इस अवसर पर मौजूद रहकर अपना योगदान दिया।
तहसीलदार ओशिन ने कहा कि संधोल में लोग साफ-सफ़ाई के प्रति पूरी तरह से जागरूक नहीं है। जिसके चलते पानी के बजाय नालों में कचरा सड़ रहा है। जिससे यहां के निवासी स्वयं गंभीर बीमारियों को न्यौता दे रहे हैं।
उन्होंने स्वयंसेवकों को मौके पर मास्क व ग्लव्स वितरित किए। साथ ही कूड़ा-कचरा साफ़ करने के लिए टूल्स भी वितरित किए। हट-नाला बाज़ार के व्यापारियों द्वारा इस काम में सहभागिता प्रदान की गई। इसके अलावा पटवारी, ग्राम प्रधान व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी इस मुहिम में भाग लिया। लोकनिर्माण विभाग व जलशक्ति विभाग के कर्मचारियों ने भी इसमें अपना योगदान दिया। ट्रैक्टर-ट्राली और जेसीबी की मदद से कूड़े की डंपिंग साइट तक निष्पादन की व्यवस्था की गई थी।


ओशिन ने स्वयं भी कचरा उठाने में कोई झिझक नहीं दिखाई। उन्होंने आशा व्यक्त की कि स्थानीय निवासी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की विचारधारा को आगे बढ़ाते हुए इस अभियान को आगे भी जारी रखेंगे। इससे पहले उन्होंने बिलासपुर में सांडू मैदान और पतलीकूल में भी सफ़ल सफ़ाई अभियान चलाए। सफाई अभियान के बाद ओशिन ने स्वयंसेवकों को हिमाचली धाम भी खिलाई।
वहीं, उत्थान फ़ाउंडेशन की निदेशक अरूणा घवाना ने कहा कि तहसीलदार ओशिन का ये कार्य वाकई काबिले तारीफ है। हर कोई अधिकारी इस तरह नाले में उतर कर गंदगी साफ नहीं कर सकता। ओशिन का ये कार्य सभी के लिए प्रेरणास्रोत है।

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