जनौर, 11 मई। उत्तर प्रदेश के जिला बिजनौर के गांव धौकलपुर में सोमवार को हुई चाचा-भतीजे की हत्या में बिहार में तैनात जवान का नाम सामने आया है। पुलिस के अनुसार आरोप है कि दोहरे हत्याकांड का चक्रव्यूह जवान ने रचा था और फिर ड्यूटी पर चला गया। इसके बाद कार से रेकी कर छोटे भाई कृष्णा और अनुज ने अन्य साथियों के संग शिक्षक धीर सिंह और भतीजे अंकुर को गोलियों से भून डाला। ग्राम पंचायत चुनाव के दौरान आरोपी सशस्त्र सीमा बल के जवान नितिन ने पूरी साजिश रची.थी। आरोपी नितिन एक माह से ज्यादा समय तक वह गांव में रहा था। नितिन का मकसद अपने पिता की हत्या का बदला लेना था। इसी कारण से वह गांव आया था। नितिन बिहार के दानापुर में सशस्त्र सीमा बल में तैनात है। एक माह पहले वह छुट्टी पर गांव आया था।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, नितिन नेे अपनी मां केेला देवी को चुुनाव लड़ाया, यह तो केवल साजिश का हिस्सा था। लेेेकिन उसका मकसद कुछ और ही था। गांव में चुनाव के दौरान नितिन हर किसी के पैर छूता घूम रहा था। पुलिस के मुताबिक, चुनाव के तीन दिन पहले नितिन ने अपनी मां को चुनाव से अलग करके बैठा दिया था। अगर नितिन को अपनी मां को ग्राम प्रधान बनाना होता तो वह चुनाव से तीन दिन पहले मां को क्यों अलग करता। छह मई को नितिन ड्यूटी पर चला गया। इसके बाद छोटा भाई अनुज और कृष्णा शिक्षक धीर सिंह व उसके भतीजे अंकुर की हत्या करने की फिराक में लग गए, पर उन्हें मौका नहीं मिला। सूत्रों के मुताबिक, पांच मई को अनुज हत्या के लिए एक सैकेंड हैंड कार खरीदना चाहता था। एक मिस्त्री के पास कार खरीदने गया। मिस्त्री ने कार के 95 हजार रुपये मांगे पर अनुज 70 हजार से ज्यादा देने को राजी नहीं हुआ।
इसके बाद अनुज दूसरी कार की तलाश में जुट गया। पुलिस को शक है कि धीर सिंह व उसके भतीजे अंकुर की हत्या करने के लिए अनुज ने कार खरीदी या किसी दोस्त की कार ली। इसका पता लगाने मेें जुटीी हैै पुलिस।
आरोपियों. पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित
धीर सिंह व उसके भतीजे अंकुर की हत्या करने वाले गांव के ही अनुज, उसका भाई कृष्णा व नितिन, गांव कंभौर निवासी देवेंद्र, गांव रावणपुर निवासी ललित, अमित सभी पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है। एसपी डा.धर्मवीर सिंह के मुताबिक, डीआईजी मुरादाबाद की ओर 50-50 हजार रुपये का इनाम घोषित करके कुर्की कार्रवाई की जाएगी।