नई दिल्ली, 20 मई। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के प्राध्यापक और शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार विजेता प्रोफेसर दीपक गौड़ का बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के कारण निधन हो गया। वह 48 साल के थे।
गौड़ स्कूल आफ बायोटेक्नोलॉजी (एसबीटी) के संकाय सदस्य थे और अभी प्रतिनियुक्ति पर अंतरराष्ट्रीय एड्स टीका संस्थान (आईएवीआई) में तैनात थे।
एसबीटी के कुल सचिव प्रोफेसर पवन धर ने बताया कि वह उन्हें पिछले छह साल से जानते थे और उन्होंने दिवंगत प्राध्यापक को सबसे बेहतर संकाय सदस्यों में से एक के तौर पर याद किया।
धर ने याद करते हुए कहा, ‘मुझे विश्वास नहीं हो रहा कि हम उनके बारे में अतीत की तरह बात कर रहे हैं। इस महीने की शुरूआत में मैने उनसे बातचीत की थी जब हमें हमारे व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से उनके संक्रमित होने की सूचना मिली थी। जब मैने उसने बातचीत की थी तब वह सहज थे। उन्होंने कहा था कि ‘सबकुछ ठीक है’ आप चिंता मत कीजिए। वह बड़े विश्वास के साथ बातचीत कर रहे थे।’
गौड़ के परिवार में पत्नी रितु गौड़ के अलावा दो बेटे हैं। रितु गौड़ दक्षिण एशियाई विश्वविद्यालय में संकाय सदस्य है।
(साभारः भाषा)