- कूनो में 25 करोड़ के दो चीते स्वर्ग सिधार गये
- साशा के बाद अब उदय ने भी दम तोड़ दिया
प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में एमपी के कूनो राष्ट्रीय पार्क में नामीबिया से आठ चीते लाए गये थे। बताया जाता है कि इन पर 100 करोड़ का खर्च हुआ था। इस साल 27 मार्च को साशा और 22 अप्रैल को उदय नामक चीते की मौत हो गई। यानी 25 करोड़ स्वाहा हो गये।
मेरा सुझाव है कि पीएम को यदि चीते पसंद हैं तो दक्षिण अफ्रीका या नामीबिया से इंपोर्टिड क्यों मंगाना? एक ओर देश मे स्वदेसी मुहिम चला रहे हो तो विदेश से चीते क्यों ला रहे हो? मेक इन इंडिया अभियान को ठेस नहीं पहुंच रही।
यदि चीते चाहिए तो उत्तराखंड से ले जाते, बिल्कुल मुफ्त। यहां के गुलदार हष्ट-पुष्ट हैं और ग्रामीणों का आसानी से शिकार कर लेते हैं। हमारे पास तो ढेर लगा है इनका, लेकिन कहते हैं न कि चिराग तले अंधेरा। सीएम धामी को चाहिए कि जितनी बार दिल्ली जाएं, उतनी बार यहां से एक गुलदार जरूर ले जाएं।
[वरिष्ठ पत्रकार गुणानंद जखमोला की फेसबुक वॉल से साभार]