शिमला, 6 जून। राज्य सरकार द्वारा वैश्विक कोरोना महामारी से उत्पन्न चुनौतियों से निपटने व इस बीमारी से संक्रमित लोगों के जीवन को बचाने के लिए राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध करवाई जा रही बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाओं, उचित देखभाल व उपचार के परिणामस्वरूप कोरोना महामारी से संक्रमित लोगों के स्वस्थ होने की दर 94 फीसदी तक पहुंच गई है। राज्य के विभिन्न चिकित्सा संस्थानों में तैनात हजारों चिकित्सकों, नर्सों, पैरामेडिकल स्टाफ व अन्य कर्मचारियों द्वारा प्रदान की जा रही बहुमूल्य सेवाओं के फलस्वरूप अब तक प्रदेश में एक लाख 81 हजार 972 लोग इस महामारी को मात देकर स्वस्थ हो चुके हैं।
प्रदेश में कोरोना महामारी से संक्रमित मरीजों के अब तक 194727 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 181972 मरीज स्वस्थ्य हो कर अपने-अपने परिवार संग हंसी खुशी से अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं। राज्य में कोरोना महामारी से संक्रमित मरीजों की संख्या अब 9484 रह गई है। राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में व्यापक स्तर पर कोरोना परीक्षण अभियान चलाया जा रहा है। प्रदेश के चिकित्सा महाविद्यालयों सहित अनेक स्वास्थ्य संस्थानों में कोविड महामारी के परीक्षण की सुविधा उपलब्ध करवा कोरोना टेस्ट किए जा रहे हैं। प्रदेश में अब तक 2005214 लोगों का कोविड परीक्षण पाए गए हैं, जिसमें 1809866 लोगों का कोरोना परीक्षण नेगेटिव पाए गए हैं। प्रदेश में ब्लैक फंगस के 16 मामले भी सामने आए हैं।
प्रदेश के विभिन्न जिलों में कोरोना महामारी को मात देकर जिदंगी की जंग जीतने वाले लोगों में कांगड़ा जिला प्रदेश भर में सबसे अग्रणी बना हुआ है। कांगड़ा जिले में अब तक सबसे ज्यादा 41052 कोरोना मरीज ठीक हुए है। जबकि दूसरे स्थान पर जिला मंडी है। मंडी जिले में ठीक होने वाले कोरोना मरीजों की संख्या 24651 है। इसके अलावा जिला बिलासपुर में 11709, जिला चंबा में 9224, जिला हमीरपुर में 12863, जिला किन्नौर में 2748, जिला कुल्लू में 7889, जिला लाहौल-स्पीति में 2510, जिला शिमला में 22705, जिला सिरमौर में 14034, जिला सोलन में 20730 और जिला ऊना में 11857 लोग कोरोना महामारी से स्वस्थ हो चुके हैं। कोरोना मरीजों के उपचार के लिए राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों सहित कुल 58 स्वास्थ्य संस्थानों को समर्पित कोविड स्वास्थ्य केंद्र बनाया गया है।
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इसमें नागरिक अस्पताल घुमारवीं, जिला आयुर्वेदिक अस्पताल बिलासपुर, बिलासपुर होस्टल जीडीसी बिलासपुर, क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर, नागरिक अस्पताल डलहौजी, मेडिकल कॉलेज चम्बा, डीसीएचसी सुरगनी, आयुर्वेदिक अस्पताल हमीरपुर, नागरिक अस्पताल टौणी देवी, मेडिकल कॉलेज हमीरपुर, नागरिक अस्पताल नूरपुर, क्षेत्रीय अस्पताल धर्मशाला, मेडिकल कॉलेज टांडा, सिटी केयर मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल गग्गल, सिटी अस्पताल मटौर, फोर्टिज़ अस्पताल कांगड़ा, राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल पपरोला, श्री बालाजी अस्पताल कांगड़ा, सूर्या अस्पताल कांगड़ा, वीएमआई पालमपुर, जिला आयुर्वेदिक अस्पताल रिकांगपिओ, क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र काजा व उदयपुर, क्षेत्रीय अस्पताल केलांग, मेडिकल कालेज नेरचैक, नागरिक अस्पताल रत्ती, बीबीएमबी अस्पताल सुन्दरनगर, एमसीएच विंग सुन्दरनगर, क्षेत्रीय अस्पताल मंडी, पीआरआई सदियाणा मंडी, राधा स्वामी सत्संग ब्यास मंडी, दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल शिमला, नागरिक अस्पताल रोहड़ू, एमजीएमएससी रामपुर, मेडिकल कालेज शिमला, आरएएच शिमला, नागरिक अस्पताल सराहां, मेडिकल कालेज नाहन, नागरिक अस्पताल पांवटा साहिब, अकाल अकादमी अस्पताल सिरमौर, जगदीश चंद जुनेजा, माता पदमावती नर्सिंग कालेज सिरमौर, श्री साईं मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल सिरमौर, आकाश अस्पताल सोलन, बखालग सोलन, क्षेत्रीय अस्पताल सोलन, गगन अस्पताल सोलन, एमएमएमसीएच कुमारहट्टी, ईएसआई अस्पताल काठा, मेकशिफ्ट अस्पताल नालागढ़, मल्होत्रा सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल सोलन, एमएसएच आरएसएसबी अंजि सोलन, नागरिक अस्पताल हरोली, नन्दा अस्पताल ऊना, मेकशिफ्ट अस्पताल पलकवाह आदि शामिल हैं, जहां कोविड मरीजों का उपचार किया जा रहा है।
राज्य के इन सभी समर्पित कोविड स्वास्थ्य केंद्रों में 4124 बिस्तर क्षमता उपलब्ध है। पहली लहर के दौरान जहां केवल 11 कोविड समर्पित स्वास्थ्य केंद्र थे वहीं दूसरी लहर के दौरान राज्य सरकार द्वारा कोविड समर्पित स्वास्थ्य केंद्रों की संख्या को निरंतर बढ़ाया है जिसके कारण अब प्रदेश में इनकी संख्या बढ़कर 58 हो गई है। प्रदेश सरकार के समर्पित प्रयासों के कारण राज्य कोरोना महामारी के साथ मजबूती से जंग लड़ रहा है, जिसके सकारात्मक परिणाम निरंतर सामने आ रहे हैं।