नई दिल्ली, 7 जुलाई (सुनीता कुमारी)। हिमाचल प्रदेश की एक पांच साल की बच्ची पर अचानक ही सारा जहाँ फिदा हो गया है। वे इस बच्ची के बारे में जाने-सुनने के लिए बेताब हैं। किसी का कहना है कि काश इस जैसी बच्ची सब को मिले। कोई इसके उज्जवल भविष्य की कामना कर रहा है, तो कोई इसकी आंख की लालिमा पर चिंता जाहिर कर रहा है। तो कोई इसकी प्यारी-सी “हाँ जी” का कायल हो गया है। देश हो या विदेश हर कोई अपना प्रेम उस पर उड़लेता नजर आ रहा है। इस प्यारी-सी बच्ची “आराध्या शर्मा” को एकाएक सभी की चहेती बनाने का श्रेय “आशीष मंडयाल” को है।
हमीरपुर जिले के एक प्रतिष्ठित परिवार के मिलनसार आशीष मंडयाल के बच्चों के प्रति लगाव को उनके फेसबुक एकाउंट पर भी देखा जा सकता है। सभी के सुख-दुःख में शामिल होने की वजह से उन्हें क्षेत्र की जनता प्यार से “आशु” कह कर पुकारती है, जो उन्हें खुद खासा पसंद है। समाज सेवक के रूप में अपनी अलग ही पहचान बना चुके आशु हाल ही में मटवाड़ गांव में “अजय” की शादी में शामिल होने आए थे। मटवाड़ आने के बाद आशु हर बार की तरह अपने अभिन्न मित्र “मनोज शर्मा” के घर पहुंचे। फुर्सत के पलों में पहली बार उन्हें मनोज की भतीजी आराध्या से काफी देर बातें करने का मौका मिला। आराध्या की भाव-भंगिमा, बुजुर्गों की तरह जवाब देने की कला, हाजिरजवाबी, भोलेपन के वे कायल हो उठे। आशु ने बातचीत के दौरान ही आराध्या का वीडियो बनाया और उसे अपने फेसबुक एकाउंट पर 27 जून को शेयर कर दिया। आशु ने इसे शेयर क्या किया, ये वीडियो देखते ही देखते तेजी से वायरल हो गया। खबर लिखे जाने तक इस वीडियो को 56 लाख से अधिक लोग देख चुके हैं, ढाई लाख से ज्यादा लोग लाइक कर चुके हैं, 11 हजार से ज्यादा लोग शेयर कर चुके हैं और इसपर लगभग 10 हजार लोग अपनत्व भरी टिप्पणियां कर चुके हैं।
इस बीच, वरिष्ठ पत्रकार, लेखक व फिल्म निर्माता एसएस डोगरा ने आराध्या का वीडियो देखकर उसे अपनी आगामी डाक्यूमेंट्री फिल्म में लेने की इच्छा दर्शायी है। डोगरा कई डाक्यूमेंट्री फिल्मों के निर्माण से जुड़े रहे हैं। उनकी शार्ट फिल्म “उत्तराखंड वारियर्स” को देहरादून में सम्मानित किया जा चुका है। डोगरा 4 मिनट 28 सेकेंड की शार्ट फिल्म “लाइब्रेरी” का भी निर्माण कर चुके हैं। इस फिल्म का संगीत भी खुद डोगरा ने ही लिखा है। वे इस रविवार को अपनी किताब “मेरे हमसफर” के कवर पेज के लोकार्पण के बाद किसी काम से मंडी हाउस स्थित हिमाचल भवन आए थे, तब उन्होंने आराध्या के इस वायरल वीडियो को देखा और उसके बारे में जानने की इच्छा जाहिर की। इस दौरान वे भी आराध्या की “हाँ जी” और हाजिरजवाबी के कायल हो गए। जिसके बाद उन्होंने इस बच्ची का साक्षात्कार करने और इसे अपनी डाक्यूमेंट्री फिल्म में मौका देने की बात कही। अब आप सोच रहे होंगे कि हम तो इस प्यारी-सी बच्ची आराध्या के बारे में जानना चाहते हैं, और ये हमें क्या पढ़ा रहे हैं, तो चलिए आराध्या के बारे में हम आपकी सभी जिज्ञासाओं को शांत करने के लिए उसकी कुछ खास बातें बता रहे हैं।
आराध्या के इस वीडियो को देखकर सभी इसके मासूम चेहरे पर फिदा हो गए हैं। उन्हें नहीं मालूम की इस मासूम चेहरे के पीछे एक नटखट बच्ची भी छुपी हुई है, जो पूरे परिवार की चहेती है और परिवार में सबसे छोटे होने का फायदा भी बखूखी लेना जानती है। बच्चे हैं तो शरारत तो करेंगे ही और आराध्या भी इससे कैसे अछूती रह सकती है। अपनी शरारतों से घर भर की नाक में दम करने वाली आराध्या अपनी जिद भी पूरी करवाना जानती है।
मां “सोनिका शर्मा” से डरने वाली और “कभी-कभी” उन्हें “आंखें” भी दिखाने वाली आराध्या पढ़ाई में भी अव्वल है। दादी “लीलादेवी” और पिता “आनंद शर्मा” की दुलारी तो ही है, बड़ी बहन “आयुषि शर्मा” के तो वो दिल में बसती है। कोरोना लॉकडाउन के दौरान हिमाचल के एक न्यूज पोर्टल के लिए न्यूज एंकरिंग करके अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने वाली 13 वर्षीय “आयुषि” इसकी घर में टीचर भी है। जो इसे होमवर्क से लेकर “संगीत व नृत्य” में भी परांगत करती है। दोनों बहनें और चचेरा भाई “आरूष शर्मा” हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले में स्थित एमवीएम सीनियर सेकेंडरी स्कूल, नादौन के छात्र हैं।
आराध्या ने पिछले साल कोरोना काल के दौरान स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित प्रतियोगिता में अपने नृत्य से सबका मनमोह लिया था। “विवेकानंद फाउंडेशन स्कूल” द्वारा आयोजित इस नृत्य प्रतियोगिता में आराध्या ने दूसरा स्थान प्राप्त किया था।
कोरोना की वजह से आराध्या पिछले साल से ही स्कूल नहीं जा पाई है, अब अन्य बच्चों की तरह वह भी अपने स्कूल को बहुत मिस करने लगी है। अन्य लड़कियों की तरह ही सजने-संवरने और खेलकूद की शौकीन आराध्या समझदार होने के साथ-साथ अपने काम खुद करना भी सीख रही है। कई बार खाना खाने के बाद वह अपने नन्हें हाथों से खुद के बर्तन धोती है और कभी-कभी तो घर में झाड़ू-पौछा भी लगाने लगती है। उसकी देखा-देखी उससे उम्र में एक साल बड़ा चचेरा भाई आरूष शर्मा भी इन अच्छी आदतों का अनुसरण करने लगा है।
अंत में देश-विदेश के कई शुभचिंतक आराध्या की आंखों की लालिमा को लेकर चिंतित दिखे। कई ने तो दवाई तक का नाम बता दिया। हम सभी शुभचिंतकों को बताना चाहते हैं कि आराध्या को गर्मी के मौसम में कभी-कभी इस दिक्कत का सामना करना पड़ता है। उसका अच्छे से डॉक्टर के पास इलाज चल रहा है। समय के साथ-साथ उसकी ये दिक्कत कम होती चली जाएगी। आप भी आराध्या की प्यारी-सी बातों को देख और सुनना चाहते हैं तो…