प्रवक्ता ने बताया कि आयोग का कार्य विभागों में प्रशिक्षण का समन्वय और उसकी प्रगति की निगरानी करना होगा। यह ग्रामीण विकास, महिला एवं बाल विकास, कौशल विकास निगम, वन, तकनीकी शिक्षा एवं कृषि विभाग में प्रशिक्षण का अनुमोदन एवं अनुश्रवण भी करेगा।
उन्होंने बताया कि आयोग राज्य में बाह्य सहायता प्राप्त परियोजनाओं (ईएपी) में प्रशिक्षण पहलुओं की निगरानी करने के साथ-साथ दस्तावेजों तथा भारत सरकार, राज्य सरकार एवं हितधारकों की सर्वोत्तम सफलताओं की कहानियों को साझा भी करेगा। आयोग क्षमता निर्माण पर विचार विमर्श के उपरांत नीतियों और पहलुओं के दृष्टिगत राज्य सरकार को सिफारिश भी करेगा।
प्रवक्ता ने बताया कि संबंधित विभागों, निगमों के निदेशक, प्रबंध निदेशक, क्षमता निर्माण आयोग के समक्ष प्रशिक्षण, क्षमता निर्माण से संबंधित अपने प्रस्ताव लाना भी सुनिश्चित करेंगे।