राशन के नाम पर गरीबों का मजाक उड़ा रही है दिल्ली सरकार

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नई दिल्ली, 4 जून। ’नव जन शक्ति संगठन’ के संस्थापक दीपक खुल्बे ने आज कहा कि ’दिल्ली सरकार 20 लाख लोगों को राशन के नाम पर 4 किलो गेंहू और 1 किलो चावल दे कर उनका मजाक उड़ा रही है। उन्होंने कहा कि जब लोग आर्थिक मंदी से गुजर रहे है, सरकार मात्र 4 किलो गेंहू और 1 किलो चावल देने की बात कर रही है। जब लोगो के पास रोजगार नही तो वो सिर्फ गेंहू और चावल से अपनी जीविका कैसे चलाएगा।

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खुल्बे ने कहा कि ऐसे में गरीब आदमी मसाले तेल, घी, चीनी और गेहूं की पिसाई के पैसे कहा से लाएगा। इससे अच्छा तो सरकार 500 रुपये प्रति व्यक्ति के खाते में डाल दे, जिससे वो अपनी जरूरत का समान खरीद सके और गेहूं पिसवाने से भी बचे। सरकार द्वारा 4 किलो गेंहू ओर 1 किलो चावल की योजना केवल पैसे की बर्बादी है, जिसका किसी को कोई फायदा नहीं। इसमें सिर्फ घोटाला होगा। खुल्बे ने कहा कि सरकार अगर जनता का हित चाहती है तो सीधे प्रत्येक व्यक्ति के खाते में प्रतिमाह के हिसाब से 500 रुपये प्रति व्यक्ति डाले। जिसका हिसाब भी रहेगा और लोगो को मदद भी मिलेगी और घोटाला होने से भी रोका जा सकेगा।

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