कोरोना के खिलाफ लड़ाई में महिलाओं की भूमिका सराहनीयः डॉ. साधना

817

शिमला, 1 जून। हिमाचल प्रदेश रेडक्रॉस सोसायटी अस्पताल कल्याण समिति की अध्यक्ष डॉ. साधना ठाकुर ने आज ग्रामीण विकास विभाग के कर्मचारियों के लिए कोविड-19 विषय पर आयोजित दो दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन समारोह की अध्यक्षता की। इस कार्यक्रम के माध्यम से ग्रामीण विकास विभाग द्वारा प्रदेश के 81 विकास खंडों के 81 मास्टर ट्रेनर्ज को कोविड-19 से बचाव का प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
इस अवसर पर डॉ. साधना ठाकुर ने कहा कि कोई भी कार्य महिलाओं की सहभागिता के बिना संभव नहीं हो सकता है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर्ज विकास खंडों में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को ऑनलाइन प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। उन्होंने ग्रामीण विकास विभाग की सराहना करते हुए कहा कि कोविड-19 महामारी के विरूद्ध लड़ाई में महिलाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। उन्होंने कहा कि जो कोविड मरीज स्वस्थ हो गए हैं, उनके साथ सामाजिक भेदभाव बिलकुल नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम सब मिलजुलकर इस महामारी के विरूद्ध लड़ाई जीतेंगे और आगे बढ़ेंगे।

कोविड की संभावित तीसरी लहर से प्रभावी तरीके से निपटेगा हिप्र, सीएम ने अधिकारियों को दिए निर्देश

डॉ. साधना ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश रेडक्रॉस सोसायटी ने प्रदेश के स्वयं सहायता समूहों की एक लाख 50 हजार महिलाओं को प्रशिक्षण प्रदान करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। सोसायटी शीघ्र ही बच्चों में कोविड के प्रभाव पर भी प्रशिक्षण प्रदान करेगी। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन निदेशक ग्रामीण विकास विभाग ललित जैन ने किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा प्रदेश के सभी जिला और विकास खंडों में कोरोना महामारी के विरूद्ध प्रभावी लड़ाई के लिए सशक्त प्रयास किए गए हैं। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा प्रतिरक्षा निर्माण, स्वास्थ्य अनुरूप व्यवहार तथा माइल्ड कोविड होम केयर विषय पर प्रशिक्षण सहित प्रदेश के सभी 81 खंडों में लगभग 12 हजार संसाधन व्यक्तियों को प्रशिक्षित किया गया है। यह रिसोर्स पर्सन ग्रामीण स्तर पर जनता को कोविड-19 के प्रति जागरूक करने का अभियान चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हिमाचल प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत गठित लगभग 25 हजार स्वयं सहायता समूहों की लगभग 2.5 लाख महिलाएं पंचायती राज संस्थाओं व स्वास्थ्य विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर कोविड-19 से पीडि़त मरीजों और उनके परिवारों को सहायता प्रदान करने में अग्रणी भूमिका निभा रही है। रेडक्रॉस सोसायटी की कार्यकारिणी सदस्या रजनी खाची ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

डीडी उत्तराखंड को मिली विवादित थलेड़ी से मुक्ति

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here