- क्वी त बात ह्वैली ये मा, सुदि त क्वी वोट न दींदू ये थै
- चट घोषणा, पट प्रस्ताव पास, बहुगुणा को भारत रत्न देने का प्रस्ताव पास
कोई माने या माने, लेकिन यह सच है कि केजरीवाल दिल्ली में बैठे-बैठे ही उत्तराखंड की राजनीति में भूचाल लाने का काम कर रहे हैं। चाहे मनीष सिसोदिया द्वारा मदन कौशिक को चुनौती देने का मामला हो, या कर्नल कोठियाल को सीएम का चेहरा बनाने का। दिल्ली से कांग्रेस और भाजपा की नाक में दम कर दिया है आप ने। अब ऐ नया पैंतरा देखो। जीवन पर्यंत पर्यावरणविद सुंदरलाल बहुगुणा ने उत्तराखंड में हिमालयी सरोकारों की पैरवी की लेकिन उनके निधन के बाद न तो कांग्रेस ने उनके परिवार को पूछा और न ही भाजपा ने। ऐसे में इस मौके को कैश कराया आम आदमी पार्टी ने। पहले तो पदम विभूषण सुंदरलाल बहुगुणा की तस्वीर को विधानसभा में लगाया और आज उन्हें भारत रत्न देने का प्रस्ताव भी पास कर दिया। बेचारी भाजपा की मजबूरी देखो कि उसके विधायकों को भी प्रस्ताव का समर्थन करना पड़ा। वरना उत्तराखंड में भाजपा की फजीहत हो जाती।
भाजपा और कांग्रेस का कैडर भले ही सोशल मीडिया पर आम आदमी पार्टी को ट्रोल करता रहे, लेकिन सच यह है कि आप ने उत्तराखंड में अपनी धमक से भाजपा-कांग्रेस के माथे पर शिकन ला दी है। ताजा उदाहरण हरीश रावत का बयान है कि केजरीवाल दिल्ली से इस्तीफा देकर उत्तराखंड की राजनीति करें। तो क्या राहुल गांधी भी उत्तराखंड आ रहे हैं राजनीति करने? देखें, आगे राजनीति की शतरंज की बिसात पर ऊंट किस करवट बैठता है।
[वरिष्ठ पत्रकार गुणानंद जखमोला की फेसबुक वॉल से साभार]