नई दिल्ली, 15 मई। अखिल भारतीय युवा सवर्ण मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव एवं दिल्ली प्रदेश प्रभारी अमर कुमार सिंह ने कहा कि देश में शिक्षा पद्धति को रोजगार परक बनाया जाना समय की मांग है। उन्होंने कहा कि देश में बढ़ती बेरोजगारी हमारी घीसी-पिटी शिक्षा प्रणाली की देन है।
अमर कुमार सिंह ने कहा कि कुटीर उद्योग के मामले में दक्षिण एशिया में बहुत पीछे है। क्योंकि यहां की केंद्र और राज्यों की शिक्षा पद्धति को स्वरोजगार से जोड़ा ही नहीं गया है। आज देश की एक अरब पैंतीस करोड़ की आबादी को स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम स्कूल स्तर से ही देने की सख्त जरूरत है। वर्तमान शिक्षा प्रणाली केवल आईएएस अधिकारी और क्लर्कों को ही पैदा करती है। देश के मौजूदा हालत को देखते हुए तकनीकी प्रशिक्षण जैसी स्वरोजगार शिक्षण की जरूरत है। यदि हमारे देश में मजबूत स्वरोजगार शिक्षण प्रणाली होती तो इस कोरोना काल में हम लघु-कुटीर उद्योगों आदि की मदद से आर्थिक मोर्चे पर बेहतर तरीके से सामना कर सकते थे।